कर्मनाशा नहर का मरम्मत कार्य शुरू
चकिया (चंदौली): कर्मनाशा सिस्टम पर आधारित लतीफशाह बियर से निकली लेफ्ट नहर के टूटे तटबंध का मरम्मत शुक्रवार को पूरे जोशो-खरोश से प्रारंभ हो गया। मरम्मत कार्य में तीन जेसीबी सहित दर्जनों ट्रैक्टर ट्राली लगाकर मिट्टी कार्य शुरू किया गया है। कार्य की निगरानी की कमान खुद सहायक अभियंता अपने जिम्मे लिए हुए हैं।
नहर के तटबंध का हिस्सा तकरीबन 100 मीटर की दूरी में टूटने से सैकड़ों गांव के हजारों हेक्टेयर भूमि की सिंचाई प्रभावित होने के चलते सिंचाई विभाग पूरी तरह गंभीर दिख रहा है। मरम्मत कार्य में तकरीबन 10 लाख से अधिक धन खर्च होने का अनुमान लगाया जा रहा है। वैसे तो विभाग की मंशा है कि एक सप्ताह के भीतर नहर की मरम्मत पूरी कर ली जाए। वहीं बरसात होने का भय विभाग को पूरी तरह सता रहा है। जिस स्थिति में नहर का तटबंध जमींदोज होकर नाले का रूप धारण कर ली है। मिट्टी जंगल में बह गई है यह देख जानकार कहते है कि महज तीन जेसीबी व दर्जन भर ट्रैक्टर ट्राली के सहारे मिट्टी पटाव का कार्य कराने में ही महीने भर का समय बीत जाएगा। मिट्टी के समतलीकरण के बाद ढोका व सीमेंट निर्मित जोड़ाई कार्य में भी महीने भर से कम का समय नहीं लगेगा। किसानों ने निर्माण कार्य में और तेजी लाने की मांग की है।
चकिया-लतीफशाह मार्ग पर वाहन प्रतिबंधित
नहर का तटबंध टूटने के बाद मरम्मत कार्य प्रारंभ होने के साथ ही चकिया-लतीफशाह मार्ग पर वाहनों के आवागमन को प्रतिबंधित कर दिया गया है। टूटे तटबंध स्थल से 200 मीटर पूर्व ही सड़क पर मिट्टी का ढेर रख मार्ग अवरुद्ध कर दिया गया है। हालांकि दो चक्के व साइकिल सवारों आवागमन की छूट दी गई है। तीज के तीसरे दिन लगने वाले लतीफशाह मेले के पूर्व नहर के तटबंध का मरम्मत कार्य पूरा नहीं हुआ तो मेले की रौनक फीकी होना तय है। इसको लेकर किसानों के साथ-साथ मेला प्रेमी भी मायूस है।