जल संचय की कवायद तार-तार
शिकारगंज (चंदौली) : जल संचय के लिए लोगों में जागरुकता लाने के उद्देश्य से शासन-प्रशासन की ओर से तमाम कवायद की जाती है। बावजूद इसके मामूली स्वार्थ के चलते कतिपय लोग संरक्षित जल को मछली मार कर जीभ का जायका बदलने की गरज से पानी बेवजह बहा दे रहे हैं। इसका नजारा बुधवार को नेवाजगंज गांव में देखने को मिला।
सर्वशिक्षा अभियान को मुंह चिढ़ा रही यह तस्वीर बताने को काफी है कि इस कार्य में अधिसंख्य स्कूल जाने वाले नौनिहाल लगे हुए हैं। गरीबी का दंश झेल रहा गरीब वर्ग जहां पेट पालने के लिए सुबह से शाम तक हाड़तोड़ मेहनत कर रहा है। वहीं उनके अबोध बच्चे भी भोजन के लिए कुछ न कुछ जतन कर रहे हैं। रूखी-सूखी रोटी खाते-खाते ऊब चुके बच्चे जायका के लिए गांव स्थित सार्वजनिक पोखरी से पानी निकालने पर मछलियों की तलाश में पूरे दिन जूझते रहे। संरक्षित जल को मामूली फायदे के लिए बे समय उस समय बहा दिया गया जब प्रचंड गर्मी का आगाज शुरू हो गया है। जीव जंतु सहित पशुओं को पीने के लिए पानी का अकाल सामने दिखने लगा है। इनकी करतूत को जिसने भी देखा वह कोसने से बाज नहीं आया।