हैंडपंप की रिपोर्ट में पालिका अफसरों का फर्जीवाड़ा
बुलंदशहर : गर्मी शुरू होते ही जलनिगम एवं पालिका अफसरों को हैंडपंपों की याद आ गई है। हैंडपंप सही हैं
बुलंदशहर : गर्मी शुरू होते ही जलनिगम एवं पालिका अफसरों को हैंडपंपों की याद आ गई है। हैंडपंप सही हैं या खराब, अफसर इसकी रिपोर्ट तैयार करने में लगे हुए हैं। किंतु अपनी गर्दन बचाने के लिए पालिका अधिकारी जिलाधिकारी को बरगलाने में कसर नहीं छोड़ रहे हैं। जिलाधिकारी को बताया गया कि नगर क्षेत्र में केवल दो हैंडपंप खराब हैं, जबकि सोमवार को काफी संख्या में हैंडपंप खराब होने की शिकायत डीएम के पास पहुंच गई।
जिले में हैंडपंपों की संख्या करीब 32 हजार है। डेढ़ हजार से अधिक हैंडपंप जिले में खराब बताए जा रहे हैं। नगर निकाय क्षेत्रों में भी खासी तादाद में हैंडपंप खराब रहते हैं। लेकिन अपनी गर्दन बचाने के लिए पालिका अफसर खेल करने से बाज नहीं आते हैं। सोमवार को जिलाधिकारी के समक्ष फर्जीवाड़े का ऐसा ही वाक्या सामने आ गया। दरअसल, जिलाधिकारी के पास नगरपालिका स्तर से रिपोर्ट भेजी गई थी कि नगर क्षेत्र में केवल दो हैंडपंप खराब हैं। जिलाधिकारी ने अपने स्तर से हैंडपंपों की पड़ताल कराई तो उनके संज्ञान में आधा दर्जन से अधिक हैंडपंप ऐसे सामने आए, जोकि खराब पड़े हुए हैं और नगरपालिका अफसरों ने जिलाधिकारी ने रिपोर्ट नहीं दी। सूत्रों का कहना है कि जलनिगम हो या नगरपालिका हैंडपंपों की रिपोर्ट ऐसे ही कागजों में तैयार की जाती है। पूर्व में भी जलनिगम का कागजों में हैंडपंप दुरस्त किए जाने का फर्जीवाड़ा खुल चुका है। जिलाधिकारी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए क्रॉस जांच करने के निर्देश दिए हैं। पालिका अफसरों ने जो रिपोर्ट जिलाधिकारी को दी है, इसके उलट यदि जिलाधिकारी को स्थिति मिलती है तो कार्रवाई तय है।
अन्य निकायों का भी यही हाल
अन्य निकायों में भी हैंडपंपों का यही हाल है। यहां कागजों में हैंडपंप दुरस्त किए जाते हैं। जबकि असल स्थिति में हैंडपंप खराब ही रहते हैं। जिलाधिकारी ने सभी निकायों के हैंडपंपों का सर्वे कराने की बात कही है।
इन्होंने कहा..
नगरपालिका ने केवल दो हैंडपंप खराब बताए। केवल इतने कम हैंडपंप कैसे खराब हैं? इसकी क्रास चेकिंग कराई जाएगी। नगर में कुछ अन्य जगहों पर हैंडपंप खराब होने की जानकारी मिली है।
- आंजनेय कुमार ¨सह, डीएम।