एलबेंडाजॉल की गोली खाने से पांच छात्राएं बीमार
बुलंदशहर: राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस पर बच्चों को पेट के कीड़े से निजात दिलाने को खिलाई गई एलबेंडाजॉल
बुलंदशहर: राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस पर बच्चों को पेट के कीड़े से निजात दिलाने को खिलाई गई एलबेंडाजॉल की गोली खाने से दानपुर क्षेत्र की पांच छात्राएं बीमार हो गई। बीमार छात्राओं को सरकारी अस्पताल भर्ती कराया गया। उपचार के बाद छात्राओं को घर भेज दिया।
मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग से बच्चों के पेट के कीड़े से मुक्ति के लिए एलबेंडाजाल की गोली खिलाई गई। आंगनबाड़ी केंद्रों, प्राइमरी स्कूलों व निजी स्कूलों के एक वर्ष से लेकर 19 साल तक को यह दवा खिलाई गई। जिले में 10.50 लाख बच्चों को यह दवा खिलाई जानी थी। इसमें से कितने बच्चों को दवा खिलाई गई इसका आंकड़ा स्वास्थ्य विभाग के पास उपलब्ध नहीं रहा। सीएमओ डा. दीपक ओहरी ने प्राइमरी स्कूल कुड़वल बनारस में आयोजित कार्यक्रम में बच्चों को दवा खिलाकर इसका शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि कृमि संक्रमण से बच्चों का शारीरिक व बौद्धिक विकास बाधित होता है। इसका दुष्प्रभाव उनके पोषण व हीमोग्लोबिन पर भी पड़ता है।
दानपुर: दानपुर के शंभूनाथ चतुर्वेदी माडर्न पब्लिक स्कूल में बच्चों को कीड़े मारने की दवा खिलाई गई। चिकित्सक जैसे ही स्कूल से दवा खिलाकर निकले, स्कूल की पांच छात्राओं प्राची, निधि, दिशा, कीर्ति तथा तमन्ना की हालत बिगड़ गई। उन्हें पेट में दर्द व उल्टी दस्त की शिकायत हुई। छात्राओं की हालत बिगड़ते ही स्कूल में हड़कंप मच गया। आनन फानन में छात्राओं को सरकारी अस्पताल भर्ती कराया। अस्पताल में उपचार के बाद चिकित्सकों ने छात्राओं को घर भेज दिया।
दानपुर के सीएचसी प्रभारी डा. एसपी ¨सह का कहना है कि बच्चों के पेट में अधिक कीड़े होने के कारण कभी कभी दवा रिएक्शन कर देती है। छात्राओं को उपचार दिया गया है। बीमार छात्राओं की हालत में सुधार है। पूरे मामले से उच्च अधिकारियों को भी अवगत करा दिया है।
स्याना : नगर स्थित इंदिरा गांधी कन्या इंटर कालेज में आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ प्रधानाचार्या प्रणीता दीक्षित ने किया। उन्होंने कहा कि जागरूकता से हम अनेक बीमारियों से बच सकते हैं। कहा कि कृमि अनेक रोगों का प्रत्यक्ष व परोक्ष कारण बन हमारे स्वास्थ्य पर बुरा असर डालते हैं। इससे कुपोषण, खून की कमी, दौरे पड़ना व अनेक उदर रोगों के साथ हमारा शारीरिक, मानसिक विकास अवरुद्ध होता है। वक्ताओं ने छात्राओं को कृमि रोग से बचाव के टिप्स देते हुए खुले में शौच जाने से बचने, खाद्य पदार्थों को ढक कर रखने, नाखून साफ रखने, स्वच्छ पेयजल का सेवन करने व फल सब्जियां धोने के बाद ही प्रयोग करने को कहा। सत्यवती देवी, चंद्रमुखी देवी, विभा गुप्ता, अनिता ¨सह, निशा खान, ललित कुमार शर्मा, विकास शर्मा आदि ने विचार रखे।
इन्होंने कहा..
पेट में कीड़े होने के बाद दवा खिलाते ही उल्टी व पेट में दर्द की शिकायत हो जाती है। कीड़े की वजह से यह समस्या आती है। बाद में ठीक हो जाता है। छूटे बच्चों को 4 व 9 मार्च को दवा खिलाई जाएगी।
डा. अवनींद्र कुमार, एसीएमओ स्वास्थ्य विभाग।