बीडीए से गायब हुई फाइलों पर अधिकारियों की कुंडली
बुलंदशहर : बीडीए में लिपिक की मनमानी और कारगुजारी से अफसरों की किरकिरी हो रही है। विभाग के एक लिपिक
बुलंदशहर : बीडीए में लिपिक की मनमानी और कारगुजारी से अफसरों की किरकिरी हो रही है। विभाग के एक लिपिक ने जन सूचना के साथ-साथ एडीएम को भी गलत सूचनाएं उपलब्ध कराई। लिपिक की सूचनाओं को बिना देखे अधिकारियों ने भी आगे रवाना कर दिया। कई मामलों की फाइल भी लिपिक ने गायब करा दी थी। उन फाइलों का अभी तक कोई अता पता नहीं है। विभाग ने लिपिक के खिलाफ नहीं बल्कि अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है।
बुलंदशहर विकास प्राधिकरण में कुछ समय पहले लिपिक दामोदर ने जन सूचना के अंतर्गत देने वाली सभी सूचनाएं गलत दीं। इसकी प्रशांत जौहरी अधिवक्ता ने शिकायत की। इसके अलावा लिपिक दामोदर ने फाइलों से कई पत्रावलियां गायब करा दीं। मामले को गंभीरता से लेते हुए बीडीए उपाध्यक्ष शैलेन्द्र चौधरी ने लिपिक को निलंबित कर दिया। फाइल गायब होने के मामले में पहले तो विभाग लिपिक को बचाने में लगा रहा। जब अधिकारियों ने अपने गर्दन फंसती देखी तो दामोदर के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई। दामोदर के अलावा और भी लिपिक होने की संभावना है। बाकी लिपिकों की कुंडली क्यों नहीं खंगाली जा रही है? यह भी जांच का विषय है। बता दें कि फाइल में से जो पत्रावलियां गायब की गई हैं वह बहुत ही महत्वपूर्ण हैं। अधिकारियों की किरकिरी भी हो रही है, लेकिन नीचे के कुछ अधिकारियों की मिलीभगत भी साफ दिखाई दे रही है। जबकि अधिकारी जानते हैं कि किस स्तर से फाइल गायब की गई है। अधिशासी अभियंता बुलंदशहर विकास प्राधिकरण मणिकांत गुप्ता ने बताया कि पूरे प्रकरण की जांच अभी जारी है। गायब हुई पत्रावलियों की खोज की जा रही है। जांच पूरी होने के बाद आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। यह मामला गंभीर है।