फिर चंद्रपाल कैसे हुआ जख्मी?
बुलंदशहर: सिपाही सौरभ द्वारा कारतूस इस्तेमाल करने की गढ़ी गई पुलिसिया थ्योरी पर अब सवाल खड़े होने शुर
बुलंदशहर: सिपाही सौरभ द्वारा कारतूस इस्तेमाल करने की गढ़ी गई पुलिसिया थ्योरी पर अब सवाल खड़े होने शुरू हो गए हैं। पुलिस ने हमलावर सौरभ द्वारा पांच गोली इस्तेमाल करने की बात कही थी, जिसमें से एक गोली मनोज के हाथ को छूते हुए चंद्रपाल के शरीर को पार हो गईं। वहीं पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मनोज के दाएं हाथ में गोली फंसी पाई गई है। ऐसे में पुलिस अफसरों के बयान पर सवाल खड़े हो गए हैं।
पुलिस अफसरों की कहानी के मुताबिक, सिपाही सौरभ ने मनोज को तीन गोली मारी थीं। जिनमें से एक गोली मनोज के हाथ को भेदते हुए चंद्रपाल के शरीर को पार कर गई थी। एक गोली एचसीपी मनवीर को मारी गई, जबकि एक गोली से उसने खुद को उड़ा लिया था। इस तरह सौरभ ने पांच राउंड फायर किए, वहीं पोस्टमार्टम रिपोर्ट से जुड़े एक चिकित्सक ने बताया कि मनोज के एक गोली सीने के थोड़ा नीचे लगी। एक गोली पेड़ू में लगी और एक गोली दाएं हाथ में फंसी हुई मिली। अब सवाल है कि पुलिस अधिकारी दाएं हाथ से गोली पार निकलने की बात कर रहे हैं, जबकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दाएं हाथ में गोली फंसी हुई मिली है। सवाल है कि इस स्थिति में चंद्रपाल कैसे घायल हो गया। स्पष्ट है कि उसे दूसरी गोली मारी गई। सूत्रों का कहना है कि गोलियों के इस्तेमाल में पुलिस धरातल से अलग ही कहानी गढ़ रही है, जबकि मौके पर करीब छह फायर किए जाने की बात खुद प्रत्यक्षदर्शी मान रहे हैं। वहीं हमलावर सिपाही के पोस्टमार्टम में एक गोली इस्तेमाल की बात सामने आई है।