..और परिवार की तड़प ने बना दिया हत्यारा
बुलंदशहर पुलिस लाइन में जिस तरह से सौरभ ने खूनी खेल खेला उसके पीछे कई बड़े कारण हैं। अवकाश न मिलने
बुलंदशहर
पुलिस लाइन में जिस तरह से सौरभ ने खूनी खेल खेला उसके पीछे कई बड़े कारण हैं। अवकाश न मिलने के साथ ही नेशनल खिलाड़ी होने के बाद उसे संतरी बनाना भी नागवार गुजरा। इसके बाद उसने इतना बड़ा कदम उठाया।
सोमवार की रात को पुलिस लाइन में खूनी खेल के बाद कई चर्चाएं हैं। सभी की जुबान पर एक ही बात है कि सौरभ ने जो किया बहुत गलत किया, उसे ऐसा नहीं करना चाहिए था। एक और भी सवाल है कि इतना बड़ा कदम उसने उठाया क्यों? पुलिसकर्मियों से लेकर आम लोगों में यह चर्चा आम रही। सच्चाई जानने के लिए पुलिस विभाग के अधिकारी भी जांच में जुटे हुए हैं।
विभागीय सूत्रों की मानें तो नया मामला सामने आ रहा है। सौरभ को परिवार से मिलने की तड़प तो थी ही, लेकिन सच्चाई इससे अलग कुछ और है। सौरभ नेशनल खिलाड़ी था, उसे इस पर बहुत घमंड था। विभाग ने उसे संतरी की डयूटी दे दी, जिसे वह नहीं करना चाहता था। मजबूरी में वह डयूटी कर रहा था और कई बार उसने डयूटी का विरोध भी किया। उसे एक दो दिन डयूटी करने के बाद हटाने को भी बोल दिया गया, लेकिन उसे यह बात नागवार गुजरी। वह सोचना था कि उसकी अलग पहचान है और वह अच्छा एथलीट है, उसके बावजूद उसका बुरा हाल कर रखा है। इन्हीं बातों को लेकर उसके मन में कुछ न कुछ चलता रहता था। इसीलिए वह किसी से सीधे मुंह बात नहीं करता था। अधिकतर साथियों के साथ उसका अच्छा व्यवहार नहीं था। जिस कारण विभाग के लोग उससे बचते थे। सबसे बड़ी बात यह थी कि वह किसी को कुछ भी बोल देता था। सूत्रों का यह भी कहना है कि लोग उससे बचते थे कि किसी से गलत व्यवहार न करे, लेकिन वह इसको राजनीति समझता था और बार-बार यही कहता था विभाग के लोग उसके साथ राजनीति कर रहे हैं। वह किसी को भी धमकी दे देता था। लोग उसकी बात को मजाक में ले लेते थे, लेकिन किसी को यह अंदाजा नहीं था कि वह ऐसी घटना को भी अंजाम दे सकता था।
शराब के अलावा अन्य नशे का भी था आदी
सूत्रों की मानें तो सौरभ शराब के अलावा भांग और चरस का भी आदी था। वह नियमित भाग का भी सेवन करता था। उसी की वजह से वह आए दिन डिप्रेशन में रहता था और लोगों से उल्टी बातें करता था।