औरंगाबाद पुलिस की कार्यशैली पर मूढ़ीबकापुर के ग्रामीणों में रोष
औरंगाबाद (बुलंदशहर ) : क्षेत्र के गांव मूढ़ीबकापुर में तालाब की नापतौल को लेकर पूर्व प्रधान व वर्तमा
औरंगाबाद (बुलंदशहर ) : क्षेत्र के गांव मूढ़ीबकापुर में तालाब की नापतौल को लेकर पूर्व प्रधान व वर्तमान प्रधान पक्ष के बीच हुए बवाल में सत्ताधारी नेताओं के दबाव के चलते पुलिस ने वर्तमान प्रधान पक्ष के लोगों को हिरासत में लेने के बाद थाने से छोड़ दिया। जबकि दूसरे पक्ष के पीआरओ समेत पांच लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। पुलिस की कार्यशैली को लेकर ग्रामीणों में रोष व्याप्त है।
गत मंगलवार को गांव मूढ़ीबकापुर में पूर्व प्रधान लज्जा देवी पत्नी देवेन्द्र ¨सह और वर्तमान प्रधान ज्ञानेन्द्र गुर्जर पक्ष के बीच तालाब की नापतौल को लेकर गाली गलौच मारपीट हो गई थी। इसी विवाद के चलते प्रधान पक्ष के दर्जनों लोगों ने बुलंदशहर से आ रहे स्याना विधायक दिलनवाज खान के पीआरओ योगेन्द्र ¨सह के साथ औरंगाबाद में पवसरा तिराहे पर लाठी डंडों से कार में तोड़फोड़ कर उस पर जानलेवा हमला कर मौके से फरार हो गये थे। पीआरओ के साथ मारपीट किये जाने की सूचना पर सैंकड़ों ग्रामीण व परिजन ट्रैक्टर ट्राली में भरकर औरंगाबाद पहुंचे और पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए जाम लगा दिया था। उसी जाम को सीओ सिटी हिमांशु गौरव ने मौके पर पहुंचकर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई किये जाने का आश्वासन देकर जाम को खुलवा दिया था। आरोप है कि इसी मामले में सत्ताधारी नेताओं के दबाव में आकर पुलिस ने पहले वर्तमान प्रधान पक्ष की तरफ से मुकदमा कायम कर पूर्व प्रधान पक्ष के पीआरओ समेत पांच लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। बाद में पीआरओ द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर वर्तमान प्रधान पक्ष के लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। ग्रामीणों का कहना है कि हिरासत में लिये गये ग्राम प्रधान समेत तीन लोगों को थाने से ही छोड़ दिया गया था। पुलिस की कार्यशैली को लेकर ग्रामीणों में पुलिस के प्रति आक्रोश व्याप्त है। उधर पीआरओ पक्ष के लोगों का भी कहना है कि पुलिस ने निष्पक्ष रूप से कार्रवाई नहीं की है।
वर्तमान प्रधान पक्ष के लोग तो थाने में पूर्व प्रधान पक्ष के खिलाफ मारपीट व फाय¨रग करने के मामले में रिपोर्ट लिखाने के लिये आये थे। उन्हें हिरासत में नहीं लिया गया था। बल्कि रिपोर्ट लिखाने के बाद वे थाने से चले गये थे। दोनों पक्षों द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। जिसमें गहनता से जांच की जा रही है। हाइवे पर जाम लगाये जाने के मामले में 10 लोगों को नामजद समेत 150 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। उसी मुकदमे में पीआरओ समेत पांच लोगों को गिरफ्तारी की गई थी।
- पीआर शर्मा एसओ औरंगाबाद
गिरीश चंद शर्मा।