गंगा, शिव की आराधना से होता है मनुष्य का कल्याण
नरौरा (बुलंदशहर ): श्रावण मास के अनुष्ठानों के तहत वैदिक ज्योतिष संस्थान के तत्वावधान में नरवर गंगा
नरौरा (बुलंदशहर ): श्रावण मास के अनुष्ठानों के तहत वैदिक ज्योतिष संस्थान के तत्वावधान में नरवर गंगा घाट पर आचार्य डा. ब्रजेश शास्त्री के निर्देशन में भगवान शिव को मनाने के लिये रुद्राभिषेक का आयोजन हुआ। जिसमें नरवर के आचार्यों सहित वेदपाठी भी शामिल हुए।
इस अवसर पर आचार्य डा. ब्रजेश शास्त्री ने बताया कि गंगा का जब धरा पर अवतरण हुआ तो उसके वेग को संभालने के लिये भगवान शिव ने गंगा को अपनी जटा में धारण कर लिया। फिर हल्के वेग से गंगा को धरा पर उतारा तत्पश्चात गंगा ने सगर के 60000 पुत्रों को मोक्ष पहुंचाया तभी से गंगा और शिव की आराधना एक साथ करने से सहस्त्र लाभों की प्राप्ति होती है।
एसपी देहात पंकज पाण्डेय ने साम्प्रदायिक सौहार्द बनाये रखने के लिये भगवान शिव के आदर्शो का आव्हन किया। उन्होंने कहा कि इसे बनाये रखने के लिये भगवान शिव के परिवार से जीने की शिक्षा लें।भगवान शिव का वाहन नंदी (बैल), माता पार्वती का वाहन शेर आपस में परस्पर विरोधी होने के बाद भी एक साथ मिलकर रहते हैं। वहीं भगवान गणेश का वाहन चूहा, उनके बडे भाई कार्तिकेय का वाहन मयूर है। मोर चूहे को कहीं भी भोजन बनाने से नहीं छोडता वह भी आपस में एक साथ रहते हैं। कहा जाता है कि शिव के परिवार में शेर, बैल, सर्प, मोर, चूहा प्रतिद्वंदी होने के बावजूद साम्प्रदायिक सौहार्द बनाकर रहते हैं। इस अवसर पर उन्होंने पर्यावरण व धार्मिकता को बढ़ावा देने के लिये प्रेरित किया। आचार्य ब्रजेश शास्त्री, गौरव शास्त्री, ऋषि शास्त्री ने रुद्राष्टाध्यायी मंत्रों से एसपी देहात पंकज पाण्डेय, प्रीति पाण्डेय से पार्थिव शिव का रुद्राभिषेक कराया। जिसमें पवन कुमार वाष्र्णेय, कपिल शर्मा, महंत ओपी बाबा, सुमित वर्मा, अमित वर्मा, रजनीश वाष्र्णेय, पवन तिवारी, अवधेश शर्मा, आदि ने अभिषेक किया।