अपने बच्चों को परिषदीय स्कूलों में पढ़ाएं शिक्षामित्र
बुलंदशहर: आदर्श शिक्षामित्र वेलफेयर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष जितेन्द्र शाही ने कहा कि परिषदीय स्कू
बुलंदशहर: आदर्श शिक्षामित्र वेलफेयर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष जितेन्द्र शाही ने कहा कि परिषदीय स्कूलों में शैक्षिक गुणवत्ता बढ़ाने के लिए शिक्षामित्र, समायोजित शिक्षामित्र अपने बच्चों को प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ाएं। उन्होंने कहा कि जब तक शिक्षक और शिक्षामित्र अपने बच्चों को परिषदीय स्कूलों में नहीं पढ़ाएंगे तब तक शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार होना संभव नहीं है।
मंगलवार को भूड़ चौराहा स्थित एक होटल में पत्रकारों से वार्ता करते हुए आदर्श शिक्षामित्र वेलफेयर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष जितेन्द्र शाही ने कहा कि प्राथमिक विद्यालयों में काफी शिक्षामित्र समायोजन से वंचित रह गए हैं। संगठन की पहली प्राथमिकता शिक्षामित्रों का समायोजन करना होगा। उन्होंने कहा कि समायोजित शिक्षामित्रों का जो मामला कोर्ट में चल रहा है, उसे सभी एक साथ मिलकर लड़े और कोर्ट के फैसले का इंतजार करें। परिषदीय स्कूलों की शिक्षा व्यवस्था पर बोलते हुए कहा कि परिषदीय स्कूलों के हालात खराब है। शिक्षामित्र, समायोजित शिक्षामित्र और शिक्षक अपने बच्चों को प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालय में पढ़ाएं। उन्होंने कहा कि जिस दिन से शिक्षकों के बच्चे परिषदीय स्कूलों में पढ़ने लगेंगे, उस दिन से शिक्षा का स्तर सुधर जाएंगे। शिक्षकों के बच्चे जब कांवेंट स्कूलों में पढ़ेंगे तो वह परिषदीय स्कूलों में मेहनत नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि सभी शिक्षक शिक्षामित्र अपने दायित्व को समझे पर और परिषदीय स्कूलों में पढ़ने वाले गरीब छात्र-छात्राओं को अच्छी शिक्षा प्रदान करें, जिससे उनके भविष्य की नींव मजबूत हो सके। उन्होंने कहा कि प्रत्येक शिक्षामित्र प्राथमिक विद्यालय में 35 नामांकन कराए। उन्होंने कहा कि सत्र में बदलाव करने से भी छात्र-छात्राओं को कोई लाभ नहीं मिल रहा है। न तो बच्चों को समय से पुस्तकें मिल रही हैं और न ही ड्रेस। उन्होंने कहा कि सरकार से मांग की जाएगी कि वह पुराने सत्र व्यवस्था को ही लागू करें। उन्होंने कहा कि यूनिफार्म, मिड-डे मील में कमीशनखोरी का खेल नहीं चलने देंगे। इस दौरान भूपेन्द्र यादव, प्रमोद चौधरी, बीपी चौहान, राहुल पंवार, सोमेश चौधरी, राहुल, संजय, चेतन चौधरी, बालेश्वर आदि मौजूद रहे।