पालिका बोर्ड बैठक में कई विकास योजनाओं को हरी झंडी, उठे सवाल
बुलंदशहर: पालिका बोर्ड बैठक में कई विकास योजनाओं को मंजूरी मिली। इसके साथ कुछ विकास प्रस्तावों को हर
बुलंदशहर: पालिका बोर्ड बैठक में कई विकास योजनाओं को मंजूरी मिली। इसके साथ कुछ विकास प्रस्तावों को हरी झंडी मिल तो कई लेकिन कुछ सभासदों ने इसका विरोध किया। उनका दावा है कि नगर में सफाई ठेके के लिए 54 लाख रुपये का प्रस्ताव बेमानी है। दावा किया इसका अधिकांश हिस्सा भ्रष्टाचार के भेंट चढ़ेगा।
नगर के पालिका सभागार में सोमवार को पालिका की मासिक बोर्ड बैठक हुई। इसमें करीब बीस प्रस्तावों को रखा गया, अधिकांश पर बहुमत के साथ मंजूरी मिल गई। इसमें उल्लेखनीय यह रहा कि पालिका बोर्ड बैठक में डा. भीमराव अंबेडकर के 125वीं जयंती पर अंसारी चौराहा को डा. भीमराव अंबेडकर चौराहा रखने जाने का प्रस्ताव मंजूर हो गया। अंसारी रोड पर डा. भीमराव अंबेडकर की आदमकद मूर्ति लगी है और पार्क भी बना हुआ है। बरसात पूर्व नाले की सफाई के लिए 54.15 लाख रुपये के बजट का प्रावधान किया गया। इसे भी मंजूरी मिल गई। इस पर सभासद ऋषिपाल ¨सह और सुनील शर्मा ने लिखित में अधिशासी अधिकारी को पत्र देकर आपत्ति जताई कि जिन नालों की सफाई के लिए लाखों का बजट बनाया गया है, उसकी सफाई एक चौथाई से भी कम रकम में हो सकती है। सभासद सुनील शर्मा ने बताया कि पालिका के पास जेसीबी सहित तमाम सफाई के हैवी मशीन हैं। सफाई कर्मियों की बड़ी फौज है, तो फिर अलग से सफाई कराने के लिए बजट का प्रावधान क्यों? यह प्रस्ताव संदिग्ध है। ऋषिपाल ¨सह ने बताया कि इसकी अधिकांश रकम भ्रष्टाचार के भेंट चढ़ेगी। इसके अलावा मोहल्ला कोठियात के निकट एक पट्टे की जमीन का हस्तांतरण भी सवालों के घेरे में है। दावा किया यह करोड़ों की जमीन है, इसमें बड़े घपले की आशंका है।
बोर्ड बैठक से पूर्व लाल तालाब मंडी के दुकानदारों ने प्रदर्शन किया और मांगें पूरी किए जाने की मांग की।
इस बाबत पालिका चेयरपर्सन ¨पकी गर्ग का कहना है कि बैठक से करीब आठ दिन पूर्व एजेंडा सभासदों को दी गई थी। समस्त प्रस्तावों पर चर्चा हुई। बहस के बाद इन्हें बहुमत से पास किया गया। समस्त प्रस्ताव बोर्ड से विधिक रूप से पास हुए हैं। दोनों सभासदों का आरोप बेबुनियाद है। ¨पकी गर्ग ने यह भी कहा कि दोनों सभासद मी¨टग छोड़कर बीच में चले गए। उन्हें कुछ आपत्ति थी तो मी¨टग में सवाल उठाते। सभी प्रस्ताव पालिका नियमावली के तहत स्वीकृत हुए हैं, यह विधि सम्मत हैं।