सड़क हादसे में दो किसानों की मौत, चार घायल
औरंगाबाद (बुलंदशहर) : अपने खेत में उपजे खीरा टाटा में लाद कर दिल्ली सप्लाई करने जा रहे दो किसानों की
औरंगाबाद (बुलंदशहर) : अपने खेत में उपजे खीरा टाटा में लाद कर दिल्ली सप्लाई करने जा रहे दो किसानों की सड़क हादसे में मौत हो गई। मंगलवार रात रात नोएडा परी चौक पर टायर में पंचर हो जाने से खीरा से लदी टाटा गाड़ी हाइवे पर पलट गई। टाटा में सवार दो किसानों की मौके पर ही मौत हो गई। तीसरा किसान नोएडा के कैलाश अस्पताल में ¨जदगी मौत से जूझ रहा है। बाकी चार घायल किसानों को भी उसी अस्पताल में उपचार चल रहा है।
क्षेत्र के किसान अपने खेत का खीरा दिल्ली मंडी में सप्लाई करते है। अमूमन पांच-दस किसान कोई किराये का वाहन लेकर अपना-अपना माल उसमें लादकर एकसाथ दिल्ली को जाते हैं। खानपुर थाना क्षेत्र के गांव पर्वाना से 50 वर्षीय किसान बलेश पुत्र निहाल गांव की टाटा गाड़ी में रोजमर्रा की तरह अपने खेत से खीरे का लदान कर गांव रतनपुर निवासी किसान ग्यासी, देवेन्द्र ¨सह और रामप्रसाद के साथ उनका खीरा भी उसी वाहन में लेकर उसे दिल्ली की ओखला मंडी में बेचने के लिये ले जा रहे थे। दोनों गांवों से करीब दस किसान उसी गाड़ी में सवार थे। मंगलवार रात करीब 12 बजे नोएडा परी चौक को पार करने के बाद क्लीनर की साइड वाली टायर अचानक फट गई। जिससे खीरे से भरी टाटा गाड़ी हाईवे पर ही पलट गई। गाड़ी में सवार गांव पर्वाना निवासी किसान बलेश और गांव रतनपुर निवासी किसान देवेन्द्र ¨सह की मौके पर मौत हो गई। किसान ग्यासी और चालक चंद्रपाल समेत चार किसान भी गंभीर रूप से घायल हो गये। जिन्हें नोएडा की पुलिस ने कैलाश अस्पताल में भर्ती करा दिया। किसान ग्यासी की हालत नाजुक बताई गई है।
दो किसानों की मौत से दोनों गांवों में छाया शोक
औरंगाबाद : बुधवार सुबह गांव पर्वाना निवासी किसान बलेश की मौत हो जाने की सूचना मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया। उधर मृतक किसान के आवास पर ग्रामीणों का तांता लगना शुरू हो गया। मौत की सूचना से मृतक के पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई। शोक के चलते किसी भी घर में चूल्हा नहीं जला। गांव रतनपुर में भी किसान देवेन्द्र ¨सह की मौत से गांव शोक छाया हुआ है। समाचार लिखे जाने तक किसी भी मृतक किसान का शव गांव नहीं आ सका था।