कर्मचारियों के अभाव में शहर की सूरत हुई'बदसूरत'
बुलंदशहर: नगर क्षेत्र में सफाई व्यवस्था बेपटरी होने की एक वजह से कर्मचारियों का अभाव भी है। आंकड़ों म
बुलंदशहर: नगर क्षेत्र में सफाई व्यवस्था बेपटरी होने की एक वजह से कर्मचारियों का अभाव भी है। आंकड़ों में भले ही सफाई कर्मचारियों की संख्या अधिक दिखती हो, लेकिन नाले वगैरह साफ करने के लिए कर्मचारियों का पालिका में घोर अभाव है। जिसकी वजह से बारिश या अन्य समय में स्थिति खराब हो जाती है।
नगरपालिका में स्थाई और अस्थाई कर्मचारियों की संख्या 500 से अधिक है। नगरपालिका का हमेशा तर्क रहा है कि पौने तीन लाख की आबादी वाले शहर में पांच सौ कर्मचारियों की संख्या बेहद कम है। वहीं नगर में नाले साफ करने वाले कर्मचारियों का आंकड़ा दर्जन भर ही है। इन कर्मचारियों के अभाव में स्थितियां तब खराब हो जाती हैं, जब बारिश पड़ने पर नाले चौक हो जाते हैं और सफाई करने वाले कर्मचारी निकाय को नहीं मिल पाते हैं। जिसकी वजह से नाले और सड़क गंदगी से अट जाते हैं। नगरपालिका अफसरों ने बताया कि नगर में सफाई सुधार का हमेशा प्रयास रहा है। लेकिन कर्मचारियों की कमी की वजह से स्थितियां खराब रहती हैं। हमने इस संबंध में शासन-प्रशासन को भी अवगत करा दिया है।
वार्ड सात में चला सफाई अभियान
बुलंदशहर: नगरपालिका ने स्वच्छता अभियान के अंतर्गत वार्ड नंबर सात में सफाई अभियान चलाया गया। वार्ड में करीब तीस कर्मचारियों ने सफाई की। नगरपालिका ईओ ने सफाई कर्मचारियों को निर्देशित किया। साथ ही सफाई निरीक्षक राजकुमार और धीरज राय ने भी अभियान को सफल बनाने में कड़ी मशक्कत की।
दैनिक जागरण के अभियान चलाने के बाद नगरपालिका ने शहर को साफ करने का बीड़ा उठा लिया है। शनिवार को इसी क्रम में नगर के वार्ड नंबर सात पर सफाई अभियान चलाया गया। अभियान को सफल बनाने के लिए तीस कर्मचारी पहुंचे। कर्मचारियों ने सड़क किनारे खड़ी घास और पड़ा कचरा साफ किया। जहां-जहां गंदगी रही, सफाई निरीक्षक राजकुमार ने भी मौके पर खड़े होकर सफाई कराई। नगरपालिका ईओ एके ¨सह ने बताया कि नगर क्षेत्र में अभियान चलाया जा रहा है। अभियान को सफल बनाने के लिए कर्मचारी लगे हुए हैं।