मौसम की बेरुखी ने उड़ाया अक्षया तृतीया का रंग
बुलंदशहर : इस बार मौसम की बेरुखी से अक्षया तृतीया का रंग फीका रहने की उम्मीद है। इस दौरान गुलजार रहन
बुलंदशहर : इस बार मौसम की बेरुखी से अक्षया तृतीया का रंग फीका रहने की उम्मीद है। इस दौरान गुलजार रहने वाले बाजार में सन्नाटा पसरा हुआ है। ऑफर और डिस्काउंट के बावजूद दुकानें खाली हैं। हालांकि दुकानदारों को उम्मीद है कि अक्षया तृतीया पर पाली धातु पर रंग चढ़ेगा।
मौसम की मार ने आम और खास सबके चेहरे की रंगत उड़ा रखी है। फसल बर्बाद होने से किसानों के पास रुपये नहीं है, इसलिए सभी जगह का माहौल ठंडा है। इसका असर सर्राफा बाजार पर भी साफ दिखाई पड़ रहा है। पिछले साल की तुलना में अभी तक बाजार ने आधी रफ्तार भी नहीं पकड़ी है। दुकानें खाली पड़ी हैं। ऑफर और डिस्काउंट भी सोने की चमक नहीं बढ़ा पा रहे हैं। हालांकि दुकानदारों का कहना है कि अभी तो बाजार ठंडा है, लेकिन अक्षया तृतीया वाले दिन बाजार रफ्तार पकड़ेगा। पंडित ज्वैलर्स का कहना है कि फसल बर्बाद होने से किसानों ने बाजार से दूरी बना रखी है। इस बार अक्षय तृतीया से पहले बाजार पूरी तरह से ठंडा पड़ा है। तीस से चालीस प्रतिशत तक बाजार पर असर पड़ रहा है। ऑफर और डिस्काउंट होने के बाद भी खरीदारों ने दूरी बना रखी है। मेनका ज्वैलर्स के वरुण मित्तल ने बताया कि बाजार में हलचल तो है, लेकिन खरीदारी नहीं हो रही है। लोगों के पास पैसा नहीं आ रहा है। किसान तो बाजार से गायब ही हो गए हैं। अब तो अक्षय तृतीया का ही इंतजार है, उसी दिन बाजार से उम्मीद है। अन्य ज्वैलर्स के यहां भी कमोबेश यही स्थिति है। उनका कहना है कि ग्राहक कम आ रहे हैं, जो आ भी रहे हैं वे खरीदारी कम ही कर रहे हैं। बाजार बेजार है। वहीं, किसान राम प्रसाद का कहना है कि फसल बर्बाद होने से खरीदारी नहीं हो पा रही है। किसान के पास पैसे ही नहीं है। इस बार बाजार को दूर से ही सलाम है।