उर्दू जिसे कहते हैं, जुबां है मेरी ..
बुलंदशहर : नुमाइश पंडाल में आयोजित ऑल इंडिया महफिल-ए-मुशायरे का उद्घाटन मिजोरम के राज्यपाल अजीज कुर
बुलंदशहर : नुमाइश पंडाल में आयोजित ऑल इंडिया महफिल-ए-मुशायरे का उद्घाटन मिजोरम के राज्यपाल अजीज कुरैशी ने किया। इस दौरान शायरों ने अपने कलाम से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। अल सुबह तक मुशायरा चलता रहा। नामचीन शायरों के न आने से कुछ मायूसी तो रही ही, लेकिन जब एक बार कार्यक्रम शुरू हुआ तो मायूसी के सारे बादल छंट गए और हर ओर बस वाह, क्या बात की बारिश हुई।
शुक्रवार रात करीब साढ़े ग्यारह बजे मिजोरम के राज्यपाल अजीज कुरैशी बुलंदशहर पहुंचे और नुमाइश में मुशायरे का उद्घाटन किया। इस दौरान गुलजार देहलवी ने कहा कि उर्दू कहते हैं जिसे जुबां है मेरी, दिल्ली कहते हैं जिसे वतन है मेरा। मंजर भोपाली ने कहा कि फासला इसकी मंजिल को बता देता है, इसलिए काबा मदीने से अलग रखता है। अल्ताफ जीया ने पढ़ा कि तन्हाई में जब-जब तेरी यादों से मिला हूं, मुझे मालूम है कि मैं सच बोल रहा हूं। बारिश वारिसी ने कहा कि जिसकी बादशाही पर मुत्तहित खुदा है देखा बिस्तर पर एक चटाई बिछा रखी है। सुरेंद्र ¨सह सजर देहलवी ने कहा कि जमीं पर लिख दूं सितारों के दरमिया लिख दूं, तुम ही बताओ कहां-कहां लिख दूं। जीनत मुरादाबादी ने कहा कि जरूरत भी अना वालों के तेवर तोड़ देती है। इस दौरान पूर्व जस्टिस फखरूद्दीन, सपा जिलाध्यक्ष दिनेश गुर्जर, बदरूल इस्लाम, डा. मोसिन वली, हाजी अख्तर, मतलूब अली, हामिद अली, प्रेमवीर यादव और अनवर हुसैन आदि मौजूद रहे। राज्यपाल सुबह चार बजे दिल्ली के लिए रवाना हुए। एसडीएम खुर्जा इंदुप्रकाश ¨सह ने व्यवस्था संभाली।