सफर को 'जख्मी' बना रहा पंडरावल-अतरौली मार्ग
छतारी : सरकार एक ओर मार्गों के निर्माण के लिए करोड़ों रुपए खर्च कर रही है, वहीं दूसरी ओर छतारी क्षेत
छतारी : सरकार एक ओर मार्गों के निर्माण के लिए करोड़ों रुपए खर्च कर रही है, वहीं दूसरी ओर छतारी क्षेत्र में पंडरावल-अतरौली मार्ग लोगों को दर्द दे रहा है। मार्ग पर गहरे गड्ढों के कारण वाहनों का निकलना तो दूर, पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है।
इस मार्ग से होकर प्रतिदिन सैकड़ों निजी बसों का आवागमन होता है। स्थिति यह है कि पंडरावल से रायपुर रेलवे स्टेशन तक का सफर तय करने में एक घंटे से अधिक लग रहा है। जबकि इस दूरी को तय करने में केवल बीस मिनट लगना चाहिए। इसके अलावा घरों का पानी सड़कों आए दिन मार्ग पर जलभराव रहता है। कई बार मार्ग की शिकायत के बाद सड़क निर्माण का कार्य शुरू नहीं हो सका है। इस संबंध में राहगीरों और स्थानीय लोगों से 'दैनिक जागरण' टीम ने वार्ता की-
जलभराव से होता है निकलना मुश्किल
राहगीर संतोष कुमार ने बताया कि पंडरावल-अतरौली मार्ग पर गांव पंडरावल के निकट बरसात बगैर भी जलभराव की समस्या बनी रहती है। इससे मार्ग से निकलने में काफी दिक्कत होती है।
मजबूरी बना मार्ग पर चलना
ग्रामीण विकास कुमार ने बताया कि पंडरावल-अतरौली मार्ग में गहरे गड्ढे हो चुके हैं। इस समय सड़क की हालत इतनी जर्जर हो गई कि वाहनों का निकालना तो दूर, पैदल चलना भी दुश्वार हो गया है।
मिनटों का सफर घंटों में
दैनिक यात्री मेहंदी हसन ने बताया कि गत पिछले 15 वर्षो से मार्ग पूरी तरह से जर्जर हालत में है। जिसके चलते मार्ग पर मात्र छह किलोमीटर का सफर तय करने में एक घंटे से अधिक लग रहा है जबकि इतनी दूरी मात्र 20 मिनट में तय हो जाती है।
शिकायतों के बाद भी नहीं हुई सुनवाई
गांव पंडरावल निवारी जीतू पंडित ने बताया कि ग्रामीणों पिछले काफी समय से सड़क के निर्माण को लेकर शिकायत कर रहे हैं, लेकिन ध्यान नहीं दिया जा रहा है। अब ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री से शिकायत की है। सड़क निर्माण का कार्य नहीं होने पर वे आंदोलन करेंगे।
इन्होंने कहा..
मुझे इस संबंध में अधिक जानकारी नहीं है। मार्ग पर जाने के बाद जायजा लिया जाएगा। उसके बाद संबंधित विभाग के अधिकारियों को अवगत कराकर सड़क का निर्माण कराया जाएगा।
जगत पाल ¨सह, एसडीएम शिकारपुर।