बीटीसी पत्राचार प्रशिक्षुओं के हित में कोर्ट में अवमानना केस दायर
शिकारपुर, बुलंदशहर : हाईकोर्ट द्वारा उत्तर प्रदेश सरकार को बीटीसी पत्राचार प्रशिक्षुओं को नौकरी देन
शिकारपुर, बुलंदशहर : हाईकोर्ट द्वारा उत्तर प्रदेश सरकार को बीटीसी पत्राचार प्रशिक्षुओं को नौकरी देने का बार-बार आदेश दिए जाने के बाद भी कार्यवाही नहीं किए जाने पर अब लखनऊ खंडपीठ में कोर्ट अवमानना का मामला दायर किया गया है। यह जानकारी प्रशिक्षुओं के हितों के लिए संघर्ष करने वाली मान्यता प्राप्त टीचर्स एसोसियेशन (बेसिक) के प्रदेशाध्यक्ष केसी आर्य ने दी है।
रविवार को शिकारपुर के गणेशानंद विद्या मंदिर हाईस्कूल में राजवीर सिंह की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में एसोसियेशन के प्रदेशाध्यक्ष केसी आर्य ने कहा कि एसोसियेशन बीटीसी पत्राचार प्रशिक्षुओं को पिछले दो दशकों से नौकरी दिलाने के लिए संघर्ष कर रहा है। शासन और कोर्ट के आदेशों के बाद द्वितीय वर्ष के प्रशिक्षण और परीक्षा के बाद परीक्षा परिणाम घोषित कराया जा सका है। मगर अभी भी सरकार नौकरी देने में आनाकानी कर रही है। उन्होंने ऐलान किया किया एसोसियेशन जिले के उत्तीर्ण हुए सभी 423 प्रशिक्षुओं को नौकरी दिलाकर ही दम लेगी। इस क्रम में 19 फरवरी को सरकार के खिलाफ कोर्ट में अवमानना का मामला दायर किया गया है। जिसे कोर्ट ने 23 फरवरी को स्वीकार कर लिया है। तथा सरकार को 2 अप्रैल तक जबाव देने के आदेश दिए हैं।
बैठक में सुनील चौधरी, जयप्रकाश सिंह, खुट्टू साहसी, अनिता आर्य, ममता रानी, अमन आर्य, सुमन रानी, अनिल कुमार, इकबाल, शिवओम, मनोज, नन्हे खां, प्रवेश कुमार, बबली, धर्मेद्र कुमार, संजय कुमार, सुशील, इंद्रेश, भावना सिंह, द्रोपदी देवी, हरी कुमार, ग्रीश कुमार, रिहाना खातून, मुहम्मद यामीन, नूतन शर्मा, बीना, सुखपाल, सुखवीर सिंह, गेंदा लाल वर्मा, सुरेंद्र कुमार, अवधेश कुमार, ममता रानी, कस्तूरी, प्रवीन बॉबी, सतीश चंद, इंद्रपाल, प्रवीन कुमार और सतीश चंद आदि अनेक प्रशिक्षुओं ने हिस्सा लिया।