दस से सौ साल के लोगों ने लगाई दौड़
अनूपशहर , बुलंदशहर : ग्रामीण अंचल में परदादा-परदादी शिक्षा समिति द्वारा आयोजित हाफ मैराथन में दस वर्ष से सौ वर्ष तक के धावकों ने दौड़ लगाई। एशिया चैंपियन रहीं सुनीता गोधरा ने दौड़ का शुभारंभ करते हुए इसे ग्रामीण क्षेत्र में छुपी प्रतिभाओं को पहचान दिलाने की पहल बताया।
रविवार सुबह पांच बजे से ही नगर के मलकपुर रोड पर स्थित परदादा-परदादी स्कूल में हजारों बच्चों व उनके अभिभावकों एकत्र हुए। नियत समय साढ़े पांच बजे वर्ष 1992 एशियाड चैम्पियन रही सुनीता गोधरा ने पीले रंग का ध्वज दिखाकर तीन वर्गो मे आयोजित हाफ मैराथन दौड़ की शुरुआत की। दौड़ पांच व दस किमी. वर्ग में हुई। नगर व आस-पास क्षेत्र के एक दर्जन से अधिक स्कूलों के लगभग एक हजार बच्चों ने प्रतिभाग किया। बाहरी लोगों ने भी प्रतिभाग किया।
दौड़ का रूट स्कूल प्रांगण से नगर का बाईपास होते हुए शिव चौक से वापस पुन: स्कूल तक रहा। दूसरे वर्ग में वापस बाईपास से अनीवास नगर से वापसी स्कूल तथा 21 किमी. को गांव बिरौली से वापसी पर पूरा किया गया। दौड़ के संयोजक व विद्यालय संस्थापक वीरेन्द्र सैम ने प्रत्येक धावक को ब्लैक बेरी टी-शर्ट के अलावा मेडल और प्रशस्ति पत्र दिया।
पुरस्कार वितरण में रहा सहयोग
परदादा-परदादी स्कूल की हाफ मैराथन दौड़ में ब्लैक बेरी, इंडियन आयल, रन विद मी फाउंडेशन ने अपना सहयोग प्रदान किया। दौड़ पूरी होने के बाद विद्यालय में तीनों वर्गों के विजेताओं को सुनीता गोधरा, एसडीएम इंदुप्रकाश सिंह, सीओ हिमांशु गौरव, इंडियन आयल कम्पनी के प्रतिनिधि शंकर सिंह व सुजीत सिंह द्वारा पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम के संयोजक वीरेन्द्र सैम ने सभी का आभार प्रकट किया।
21 किमी. बालक वर्ग रोहित कुमार प्रथम, नरेश रावत द्वितीय, मोनू तृतीय व बालिका वर्ग में निशा लोधी प्रथम, दीपिका द्वितीय को सुनीता गोधरा द्वारा पुरस्कार स्वरूप रजाई प्रदान की गई। 10 किमी. बालक वर्ग में मोरध्वज प्रथम, अनुज कुमार द्वितीय, पीयूष कुमार तृतीय बालिका वर्ग में मधु चौधरी प्रथम, रूबी द्वितीय, मेहरुन्निशां तृतीय को इंडियन आयल कम्पनी के प्रतिनिधि शंकर सिंह व सुजीत सिंह ने बेड कवर प्रदान किए। पांच किमी. बालकवर्ग में बबली प्रथम, अजय प्रताप द्वितीय, सचिन तृतीय को सीओ हिमांशु गौरव व बालिका वर्ग में शालू प्रथम, काजल शर्मा द्वितीय, अर्पिता सैनी को एसडीएम इंदु प्रकाश द्वारा बेड शीट प्रदान की गई। इस मौके पर दौड़ को आयोजित कराने के लिए गुड़गांव से आए रन विद मी फाउंडेशन के कोच रविन्द्र सिंह, रेणुका अग्रवाल, लोकेन्द्र सिंह, संगीत कुमार सिंह, अतुल कुमार सिंह, पवन कुमार सिंह, नंदिता सेठी, केकेशर्मा, अंकुर गर्ग, अनिल कुमार आदि उपस्थित रहे।
उम्र 116, जोश जवानों-सा
हाफ मैराथन दौड़ में एक सौ साल से अधिक आयु का दावा करने वाले मेरठ की मवाना तहसील के गुढ़ा गांव निवासी बुजुर्ग धर्मपाल सिंह गूर्जर ने पांच किमी. दौड़ में भाग लेकर कहा कि वह जीतने नहीं, बच्चों का हौसला बढ़ाने आए हैं। उन्होंने अपनी आयु 116 वर्ष बताई।