..आखिर मौत से हार गया धर्मवीर
सिकंदराबाद, बुलंदशहर : जिंदगी और मौत के बीच कई दिनों से वेंटीलेटर पर रहे 70 वर्षीय धर्मवीर आखिरकार मौत से हार गए। दिल्ली के एक अस्पताल में इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। तीन दिन पहले प्रानगढ़ गांव में बिजली का तार कहर बनकर टूटा था। धर्मवीर की मौत के बाद परिजनों और भाजपा नेताओं ने बिजली विभाग के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है।
तीन दिन पहले प्रानगढ़ गांव में बिजली का तार गिरने से कई घरों में करंट फैल गया था। हादसे में नो लोग झुलस गये थे। धर्मवीर समेत दो लोगों की हालत गंभीर बनी हुई थी। उन्हें दिल्ली के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बुधवार तड़के 70 वर्षीय धर्मवीर ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। दोपहर को मृतक का शव गांव में लाया गया जहां उनका अंतिम संस्कार किया गया। अंतिम संस्कार के दौरान भाजपा नेता दीपक दुल्हैरा, सुरेश चंद शर्मा सहित कई नेता पहुंचे और बिजली विभाग के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की।
दीपक दुल्हैरा ने बताया कि दो दिन तक हादसे के बाद एसडीओ मौके पर नहीं पहुंचे थे। बिजली विभाग से कई बार तारों को बदलने की मांग की जा चुकी थी। यह हादसा बिजली विभाग के अधिकारियों की लापरवाही के कारण हुआ है। उन्होंने कहा कि अगर बिजली विभाग के अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज नहीं किया गया तो आंदोलन किया जाएगा।
मुआवजे की मांग : धर्मवीर की मौत के बाद गांव में कोहराम है। कई किसानों की फसल जलकर नष्ट हो चुकी है। अभी तक किसी भी किसान को मुआवजा नहीं मिला है। किसानों ने मंगलवार को खुर्जा रोड स्थित बिजली घर का भी घेराव कर एसडीओ को बंधक बनाया था।
इन्होंने कहा.
मुआवजे का प्रस्ताव बनाकर डीएम को भेजा जा रहा है। जर्जर तारों को बदलवाने के लिए एक सप्ताह का समय एसडीओ को दिया गया है।
अतुल कुमार यादव, एसडीएम, सिकंदराबाद।