अरनिया ब्लाक प्रमुख के भाग्य का फैसला आज
खुर्जा , (बुलंदशहर): अरनिया ब्लॉक प्रमुख के खिलाफ 26 जुलाई शनिवार (आज) अविश्वास प्रस्ताव की तैयारी तहसील प्रशासन और विकास खंड में कर ली गई है। ब्लॉक प्रमुख और विरोधी खेमा 66 सदस्यों में से ज्यादा तादाद में अपने-अपने पाले में बीडीसी को करने के लिए रात दिन एक कर उनकी निगरानी कर रहे हैं। सदस्यों को पाले में करने के लिए हर हथकंडा अपनाया जा रहा है। सदस्यों की खरीद-फरोख्त की आशंका से भी इंकार नहीं किया जा सकता है।
जरारा गांव निवासी शिवेंद्र सिंह राघव की पत्नी बीडीसी सदस्य मंजूलता राघव द्वारा विरोध का विगुल दूसरी बार बजाने के चलते अरनिया ब्लॉक में प्रमुख सुनीता शर्मा के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव 26 जुलाई शनिवार को लाया जाएगा। प्रमुख सुनीता शर्मा ने राहत के लिए हाईकोर्ट में गुहार लगाते हुए जिला प्रशासन पर अविश्वास प्रस्ताव कराने को गलत ठहराया है। हाईकोर्ट द्वारा शुक्रवार को होने वाले सुनवाई पर तमाम बीडीसी सदस्यों और अधिकारियों की नजर लगी हैं। स्टे दिए जाने की चर्चाएं भी हो रही हैं, लेकिन अधिकृत पुष्टि नहीं हो रही है। शनिवार को होने वाले अविश्वास प्रस्ताव को लेकर एसडीएम ने विकास खंड अधिकारी से तैयारी संबंधी जानकारी ली और आवश्यक दिशा निर्देश दिए। ब्लाक में तैयारी पूरी हो चुकी हैं। एसडीएम ने एसओ अरनिया को भी सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता करने के निर्देश दिए हैं। सुबह दस बजे से ब्लाक परिसर में अधिकारियों की मौजूदगी में अविश्वास प्रस्ताव में सभी बीडीसी सदस्य उपस्थित रहेंगे। 66 सदस्यों को प्रशासन ने नोटिस भेज दिए हैं।
जरारा की बीडीसी मंजूलता राघव ने 66 सदस्यों में से 55 के अपने पक्ष में होने का दावा डीएम से किया था। प्रमुख सुनीता शर्मा भी ज्यादा सदस्यों को अपने पाले में करने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाए हैं। उनका राजनीतिक भविष्य 26 जुलाई को दांव पर लगा है। दूसरी तरफ जरारा की पंचायत सदस्य मंजूलता राघव भी समाजवादी पार्टी के बड़े नेताओं की सरपरस्ती के चलते दमदार तरीके से मैदान में जमे हुए हैं। सदस्यों को तरह-तरह के प्रलोभन दिए जा रहे हैं। अपने पाले में करने के लिए धनबल का सहारा भी लिया जा रहा है। एक सदस्य की बोली दो लाख तक पहुंच गई है। शुक्रवार देर रात तक दोनों पक्ष बीडीसी सदस्यों की निगरानी में लगे हैं।
इन्होंने कहा..
अविश्वास प्रस्ताव की तैयारी पूरी हो चुकी हैं। सभी बीडीसी सदस्यों को ब्लाक में प्रस्ताव के लिए आने की पूरी छूट है। प्रमुख को हाईकोर्ट से स्टे मिलने की सिर्फ चर्चाएं हैं। यदि कोई आदेश है तो डीएम के पास सत्यापित प्रति के साथ मिल सकते हैं।
सुनील कुमार सिंह, एसडीएम खुर्जा।