अब कैसे खुला मिला आरोपी का दवाघर?
बुलंदशहर: देर ही सही लेकिन स्वास्थ्य विभाग की टीम ने ककोड़ स्थित क्षमा मेडिकल स्टोर पर छापा मार ही दिया। स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि आरोपी को डाक्टरी प्रमाण पत्र दिखाने के लिए तीन दिन का समय दिया गया है। तय अवधि में सीएमओ कार्यालय में प्रमाण पत्र प्रस्तुत नहीं किए गए तो आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। छापेमारी के दौरान आसपास की दवा की दुकानों में भी हड़कंप मचा रहा।
ककोड़ में क्षमा मेडिकल स्टोर का संचालक पिछले कई सालों से डाक्टरी भी कर रहा था। डाक्टरों की तर्ज पर बाकायदा मरीजों का चेकअप कर उन्हें दवाईयां भी दे रहा था। इस मामले का खुलासा दैनिक जागरण ने 19 जुलाई के अंक में किया था। बावजूद इसके सीएमओ ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। इस मामले का जिक्र करने पर सीएमओ कह देते ही टीम छापा मारने गई थी लेकिन आरोपी दुकान बंद करके फरार मिला। सीएमओ के इस रवैये से दायित्व शिथिलता की बू सभी को आ रही थी। इसके बाद अखबारों में इस मामले को लेकर लगातार खबरें छापी जाती रही। मंगलवार को सीएमओ ने एसीएमओ डा. अवनींद्र कुमार और जिला मलेरिया अधिकारी डा. बीके श्रीवास्तव को छापामार कार्रवाई के लिए ककोड़ भेजा।
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मेडिकल स्टोर संचालक से डाक्टरी के प्रमाण पत्र मांगे तो वह कोई प्रमाण पत्र प्रस्तुत नहीं कर सका। छापामार टीम के प्रभारी डा. अवनींद्र कुमार ने बताया कि आरोपी को तीन दिन में डाक्टरी के प्रमाण पत्र प्रस्तुत की चेतावनी देते हुए नोटिस जारी कर दिया गया है। यदि निर्धारित अवधि में प्रमाण पत्र प्रस्तुत नहीं किए गए तो आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। अंत में सवाल यही उठता है कि अब स्वास्थ्य विभाग की टीम को आरोपी की दुकान कैसे खुली मिल गई।