रामगंगा बांध की सुरक्षा पर मंथन
बिजनौर :रामगंगा बांध की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर शनिवार को पुलिस लाइन में अफसरों ने मंथन किया। एसप
बिजनौर :रामगंगा बांध की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर शनिवार को पुलिस लाइन में अफसरों ने मंथन किया। एसपी ने सुरक्षा की समीक्षा करते हुए सुरक्षा व्यवस्था चाक- चौबंद करने के निर्देश दिए। सुरक्षा में लगी डयूटी को चेक करने की जिम्मेदारी पुलिस अधिकारियों को दी है।
रामगंगा बांध परियोजना की सुरक्षा में यूपी की ओर से कटौती की गई थी। तैनात पुलिसकर्मियों को बांध से हटा दिया गया था। जिसके चलते गेटों पर कोई भी पुलिसकर्मी तैनात नहीं था। प्राइवेट सुरक्षाकर्मियों के सहारे बांध की सुरक्षा की जा रही थी। जिसके चलते बांध प्रबंधन कई बार शासन को पत्र लिख चुका था। इस पर अमल करते हुए शासन सुरक्षा बढ़ा दी गई थी। शनिवार को पुलिस लाइन में बांध सुरक्षा को लेकर बैठक हुई। एसपी सुभाष ¨सह बघेल के नेतृत्व में पुलिस, खुफिया विभाग व बांध अधिकारी शामिल हुए। एसपी ने बताया कि बांध परियोजना दो भागों इलेक्ट्रिक जनरेशन यूनिट व मुख्य डैम अथवा वाटर सुरक्षा में बांटी गई है। वाटर सुरक्षा का अधिकांश हिस्सा यूपी में आता है। इसलिए वाटर मैनेजमेंट की सम्पूर्ण सुरक्षा का दायित्व ¨सचाई विभाग के जिम्मे हैं। इसलिए इसकी सुरक्षा की जिम्मेदारी उत्तरप्रदेश पर है। इसकी सुरक्षा के लिए यूपी पुलिस व ¨सचाई विभाग की ओर से परियोजना परिसर में सात बैरियर लाए गए हैं। ¨सचाई विभाग के 18 सुरक्षाकर्मी, आठ प्राइवेट सशस्त्र सुरक्षाकर्मी तैनात हैं। साथ ही बिजनौर पुलिस की ओर एक सशस्त्र गार्द क्रमवार डयूटी पर रहती है। इसके अलावा उत्तराखंड पुलिस की गार्द भी तैनात रहती है। एसपी ने कहा कि इसके अलावा सुरक्षा पर नजर रखना जरुरी है। एसपी ने सीओ अफजलगढ़, इंस्पेक्टर अफजलगढ़, आरआई व इंस्पेक्टर एलआइयू चे¨कग कर रोस्टर तैयार कर प्रतिमाह रोस्टर के अनुसार डयूटी पर लगाई गई गार्द की चे¨कग करने,गार्द के रहने की व्यवस्था का निरीक्षण कर उन्हें ब्रीफ करने का आदेश दिया है। इस दौरान एसपी देहात डा. धर्मवीर ¨सह, बांध के अधिशासी अभियंता ज्ञान ¨सह, जूनियर इंजीनियर गगनदीप ¨सह, मंडलाधिकारी अधिसूचना मुरादाबाद समेत पुलिस अधिकारी मौजूद थे।