स्वास्थ्य विभाग ने खोली अल्ट्रासाउंड मशीन की सील
स्योहारा : स्वास्थ्य विभाग ने कोर्ट के आदेश के 20 दिन बाद जिला अधिकारी के हस्तक्षेप से स्योहारा प
स्योहारा : स्वास्थ्य विभाग ने कोर्ट के आदेश के 20 दिन बाद जिला अधिकारी के हस्तक्षेप से स्योहारा पहुंचकर डा.एचएस कालरा की 33 माह से सील लगी अल्ट्रासाउंड मशीन को खोला। मशीन की सील खुलने के बाद न्याय की आस में परेशान चिकित्सक ने राहत की सांस ली।
बीती 29 मई 2013 को तत्कालीन एसीएमओ डा.राजीव राजपाल व डा.अशोक कुमार ने स्योहारा के रमन मेटरनिटी एवं सर्जीकल सेंटर का निरीक्षण कर डा.एचएस कालरा का अल्ट्रासाउंड करने का अनुभव प्रमाण पत्र फर्जी बताया था। चिकित्सक के मुताबिक अधिकारियों ने
बिना विधिक कार्रवाई किए ही अल्ट्रासाउंड मशीन सील कर उनका पंजीकरण निरस्त किया था। इतना ही नहीं दोनों अधिकारियों ने कोर्ट में उनके खिलाफ अभियोग भी दर्ज करा दिया। डा.कालरा ने दोनों अधिकारियों पर उनस रिश्वत मांगने का आरोप लगाया था। उनके मुताबिक मांग पूरी नहीं होने पर उनकी मशीन बिना किसी कारण के सील कर द गई। बीती चार अप्रैल 2015 को कोर्ट ने डा.कालरा को निर्दोष मानते हुए सभी आरोपों से बरी किया था। 13 जनवरी 2016 को डा.एचएस कालरा ने कोर्ट में अपील करते हुए अपनी अल्ट्रासाउंड मशीन की सील खुलवाने की मांग की। इस पर कोर्ट ने 22 जनवरी 2016 को स्वास्थ्य विभाग के पीसीपीएनडीटी के नोडल अधिकारी को डा.कालरा की अल्ट्रासाउंड मशीन तुरंत खोलने के निर्देश दिए। बावजूद इसके स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने कोर्ट के आदेश को ठेंगा दिखाते हुए मशीन की सील नही खोली। डा.एचएस कालरा ने जिलाधिकारी वीके आनन्द से मिलकर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के की शिकायत कर मशीन की सील खुलवाने की मांग की थी। डीएम के निर्देश के बाद पीसीपीएनडीटी के नोडल अधिकारी एसीएमओ डा. महेन्द्र ¨सह, डा.सत्यकाम गुरुवार को टीम के साथ स्योहारा पहुंचे और अल्ट्रासाउंड मशीन की सील खोली। 33 माह बाद अल्ट्रासाउंड मशीन की सील खुलने पर डा.एएचएस कालरा ने राहत की सांस ली है।