सौतेली मां ने बच्ची पर ढाए सितम
बिजनौर : एक महिला बच्चों के प्रति कितनी निर्दयी हो सकती है, इसका उदाहरण मंडावर थाने के गांव भवानीपुर
बिजनौर : एक महिला बच्चों के प्रति कितनी निर्दयी हो सकती है, इसका उदाहरण मंडावर थाने के गांव भवानीपुर में देखने को मिला। यहां एक सौतेली मां ने साढे़ चार साल की बच्ची पर ऐसे जुल्म ढाए की मानवता शर्मसार हो जाए। वह न सिर्फ बच्ची के साथ मारपीट करती है, बल्कि उसे खाने को भी नहीं देती। मामला संज्ञान में आने पर एक आंगनबाड़ी कार्यकत्री ने बच्ची को जिला अस्पताल में बने पोषण पुनर्वास केंद्र में भर्ती कराया।
मंडावर थाना क्षेत्र के ग्राम भवानीपुर निवासी एक व्यक्ति की पत्नी की मृत्यु हो गई थी। उसके 10 वर्ष का पुत्र और साढे़ चार वर्ष की पुत्री है। करीब दो वर्ष पूर्व व्यक्ति ने दूसरी शादी कर ली। इसके बाद सौतेली मां ने दोनों पर जुल्म ढाने शुरू कर दिए। उसने सबसे अधिक जुल्म बच्ची पर किए। वह उसे खाना नहीं देती। उसके साथ मारपीट करती। बच्ची के शरीर पर सिर से लेकर पैर तक चोटों के कई निशान हैं। इतने जुल्मों से बच्ची की हालत बेहद खराब हो गई। गांव की ही एक वृद्धा ने बच्ची पर तरस खाकर इसकी सूचना अपनी पुत्रवधू ग्राम उमरपीर मीरा क्षेत्र की आंगनबाड़ी कार्यकत्री को दी। कार्यकत्री अपनी ससुराल भवानीपुर पहुंची और बच्ची को साथ लेकर आ गई। बुधवार को उन्होंने बच्ची को जिला अस्पताल में बने पोषण पुनर्वास केंद्र में भर्ती कराया। बाल रोग विशेषज्ञ डा. केके ¨सह ने बताया कि बच्ची बेहद डरी हुई और कमजोर है। लगता है कि उसके साथ मारपीट की जाती रही है। उसे पेटभर खाना भी नहीं दिया गया। इस प्रकार के बच्चों को उपेक्षित और प्रताड़ित बच्चों की श्रेणी में रखा जाता है। ये अपने पर हुए जुल्मों को याद कर डरे ओर सहमे रहते हैं। ऐसे बच्चों को प्यार और देखभाल की जरूरत है। बच्ची को दूध और खाना दिया जा रहा है। 15 दिन तक केंद्र में रखा जाएगा। वह बच्ची में खुद व्यक्तिगत रूप से रुचि ले रहे हैं। जिला अस्पताल में भर्ती बच्ची को देखने उसका पिता या सौतली मां में से कोई नहीं आया। ग्रामीण भी बच्ची पर हुए जुल्मों की पुष्टि कर रहे हैं।