राजनगर में पोलियो अभियान का बहिष्कार
रेहड़ (बिजनौर): वसीयत के बाद से विद्युतीकरण की आस में तरस रहे राजनगर के ग्रामीणों ने पोलियो अभियान का
रेहड़ (बिजनौर): वसीयत के बाद से विद्युतीकरण की आस में तरस रहे राजनगर के ग्रामीणों ने पोलियो अभियान का बहिष्कार किया। बच्चों को दवा पिलाने पहुंची टीम के सामने हंगामा-प्रदर्शन कर विरोध जताया। विद्युतीकरण नहीं होने तक बहिष्कार जारी रखने के साथ ही बच्चों को स्कूल न भेजने का ऐलान किया। मान-मनौव्वल की हर कोशिश नाकाम होने के बाद टीम में शामिल जिम्मेदार लोग वापस लौटने के लिए मजबूर हुए।
अफजलगढ़ ब्लाक क्षेत्र के ग्राम राजनगर की आबादी 800 है। इसमें से करीब 10“ बच्चे शून्य से पांच वर्ष आयु के हैं, जिन्हें पोलियो की दवा पिलाया जाना जरूरी है। इस सबके बीच ग्रामीण प्रशासनिक उपेक्षा के चलते व्यथित हैं। ग्रामीणों का कहना है कि अभी तक विद्युतीकरण नहीं कराया गया है। इसके विपरीत गांव से 500 मीटर की दूरी पर स्थित नेशनल हाइवे तक विद्युतापूर्ति सुचारु है। रविवार को गांव पहुंची पोलियो टीम के सामने ग्रामीणों ने अपनी इस समस्या को पुरजोर ढ़ंग से उठाया। पूर्व में दी गई चेतावनी के अनुसार ग्रामीणों न“ बच्चों को पोलियो से बचाव की दवा पिलाने से साफ इंकार कर दिया। टीम के सामने विरोध-प्रदर्शन व हंगामा किया। ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि सोमवार से वह अपने बच्चों को पढ़ाई के लिए स्कूल भी नहीं भेजेंगे। गांव में विद्युतीकरण नहीं कराए जाने तक उन्होंने अपने पक्ष पर कायम रहने का ऐलान किया। इस दौरान टीम में शामिल प्रधानाध्यापक राकेश कुमार, एएनएम कविता देवी, पुष्पा देवी, हल्का लेखपाल अनवारुलहक, पीएचसी पर तैनात चिकित्सक डा.धर्म ¨सह, सीएचसी पर तैनात फार्मसिस्ट सतीश कुमार, पोलियो पर्यवेक्षक राजेंद्र ¨सह आदि ने गुस्साए ग्रामीणों को समझाने का प्रयास भी किया लेकिन नाकाम रहे। इसके बाद टीम में शामिल सदस्य गांव से बैरंग वापस लौट आए। विरोध जताने वालों में विमला देवी, क्रांति देवी, जयवती, मुन्नी देवी, मूर्ति देवी, रामवती, सीता देवी, राधा देवी, केला देवी, कृष्णा देवी, ममता देवी, राजवती, शीला देवी, सोनी, राजो देवी, रेखा आदि महिलाएं व अन्य ग्रामीण शामिल रहे।