बेसिक शिक्षा विभाग में गुंडाराज
बिजनौर : बेसिक शिक्षा विभाग में अवैध धंधों से हो रही काली कमाई को लेकर बाबू और शिक्षक खुलकर एक-दूसरे
बिजनौर : बेसिक शिक्षा विभाग में अवैध धंधों से हो रही काली कमाई को लेकर बाबू और शिक्षक खुलकर एक-दूसरे के खिलाफ मैदान में आ गए हैं। गुंडाराज का आलम यह है कि शिक्षक नेता, लिपिक और शिक्षामित्र रात में एक लिपिक के घर पहुंचे और अवैध काम के लिए दबाव बनाया। लिपिक ने मना किया तो आरोपी दबंगई पर उतर आए और लिपिक की जमकर धुनाई की। इसके बाद अपहरण करने के इरादे से घर में खींचकर बाहर निकाल लिया। बचाव करने आई पत्नी से भी मारपीट की और अभद्रता की। पीड़ित लिपिक ने पांचों आरोपियों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई है।
बुखारा कालोनी निवासी राकेश कुमार बेसिक शिक्षा विभाग में लिपिक के पद पर तैनात हैं। उनका कहना है कि गुरुवार रात्रि करीब 12 बजे प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष नागेश कुमार, सेवानिवृत लिपिक रघुनंदन विश्नोई, लिपिक शहजाद, शिक्षामित्र धर्मेंद्र कुमार तथा एनपीआरसी मुकेश त्यागी उनके घर पर आए। आरोप है कि इन्होंने राकेश कुमार पर विभाग से संबंधित अनुचित कार्य को करने के लिए दबाव बनाया। बात नहीं मानने पर पांचों ने घर में घुसकर राकेश से मारपीट की तथा अपहरण कर गाड़ी में डालकर ले जाने का प्रयास किया। बचाने आई पत्नी के साथ भी गाली-गलौच की। बाद में पड़ोसियों के मौके पर आ जाने से आरोपी जान से मारने की धमकी देते हुए फरार हो गए। राकेश की तहरीर पर पुलिस ने पांचों आरोपियों के खिलाफ घर में घुसकर मारपीट करने की रिपोर्ट दर्ज की है।
शिक्षामित्र की काउंसि¨लग को लेकर विवाद
बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षामित्रों को सहायक अध्यापक के पद पर समायोजित करने की प्रक्रिया चल रही है। बताया जाता है कि शिक्षामित्र धर्मेंद्र समायोजन के लिए काउंसि¨लग कराना चाहता है। सूत्रों का कहना है कि धर्मेंद्र ने शिक्षामित्र रहते हुए बीटीसी की ट्रे¨नग पूरी की है। उसने बीटीसी के आधार पर की जा रही सहायक अध्यापकों की नियुक्ति के लिए काउंसि¨लग में भी हिस्सा लिया था लेकिन अभी उसे इसका नियुक्ति पत्र नहीं मिला। अब धर्मेंद्र शिक्षामित्रों की समायोजन प्रक्रिया में भी काउंसि¨लग कराना चाहता है। सूत्रों का कहना है कि अधिकारियों ने इसकी काउंसि¨लग पर रोक लगा दी है।