लापरवाही के नाले में खड़ा भ्रष्टाचार का पेड़
बिजनौर : पालिका व वन अफसरों की लापरवाही के चलते क्षेत्र में कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। नगीना मार्ग
बिजनौर : पालिका व वन अफसरों की लापरवाही के चलते क्षेत्र में कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। नगीना मार्ग पर नवनिर्मित नाले के बीच खड़ा पेड़ हादसे का सबब बना है। पालिकाधिकारी पेड़ काटने की जवाबदेही वन विभाग की बताते हुए जिम्मेदार अफसरों को सूचना दिए जाने की बात कह रहे हैं जबकि वन अफसर ऐसी किसी सूचना के मिलने से ही इंकार कर रहे हैं। दो विभागों की रस्साकशी के बीच नाले में खड़ा पेड़ कभी भी किसी बड़े हादसे का सबब बन सकता है।
तीन माह पूर्व पालिका प्रशासन के निर्देशन में नगीना मार्ग पर ईदगाह के नजदीक 400 मीटर नाला निर्माण कराया गया था। 25 लाख के बजट वाले इस नाले का निर्माण फिलहाल 300 मीटर से अधिक पूरा किया जा चुका है। शेष निर्माण कुछ लोगों के विरोध के चलते अधर में लटका है। इस बीच जितना निर्माण पालिका स्तर पर अधिकृत ठेकेदार द्वारा किया गया उसमें भी कई झोल बने हैं। आरोप है कि नाले के बीच में खड़े एक पेड़ को काटे बिना ही वहां निर्माण कर दिया गया। लबालब बह रहे नाले के बीच पानी पेड़ की जड़ों में रिस रहा है। पानी के दवाब में कभी भी पेड़ टूटकर नीचे गिर सकता है। इसके अलावा पानी निकासी समुचित ढंग से नहीं हो पाने के कारण गंदगी का अंबार मौके पर लगा है, जिसके चलते गर्मी के मौसम में बीमारियों के पैर पसारने का अंदेशा बना है। समस्या की बाबत ठेकेदार उदयराज ¨सह का कहना है कि उनके द्वारा पेड़ को काटने के लिए वन विभाग स्तर पर कई बार गुहार लगाई गई लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। पालिकाधिकारियों के मुताबिक ठेकेदार को काम की एवज में मौजूदा समय तक मात्र 15 लाख का भुगतान किया गया है। दो विभागों के बीच में झूल रहे पेड़ की ये दीवार कभी भी मार्ग पर किसी बड़े हादसे का सबब बन सकती है।
इनका कहना है
पेड़ को काटने के लिए वन अफसरों को लिखित में दिया गया है। कई बार जिम्मेदार अफसरों को मौखिक भी अवगत कराया लेकिन इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। पानी रिसाव के चलते पेड़ टूटकर गिर सकता है।
योगेश कुमार, पालिका जेई।
पालिका प्रशासन ने पेड़ काटने के लिए कोई आवेदन विभाग के समक्ष नहीं किया है। मामले की पूरी जानकारी कर विभागीय स्तर से कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
प्रताप ¨सह सैनी, वन क्षेत्राधिकारी।