दम तोड़ती नदियों को अविरल बनाने की मुहिम
सुनील धस्माना, अफजलगढ़ (बिजनौर): आधुनिकता की आंधी में तबाह होकर दम तोड़ रहीं नदियों को बचाने की मुहिम
सुनील धस्माना, अफजलगढ़ (बिजनौर): आधुनिकता की आंधी में तबाह होकर दम तोड़ रहीं नदियों को बचाने की मुहिम में चंद लोगों के बढ़ते कदम जल संरक्षण की अलख जगा रहे हैं। क्षेत्र से होकर बहने वाली नचना नदी में डाली जा रही गंदगी के मुद्दे को मिशन बनाकर सफाई की आवाज उठाने वाले स्थानीय निवासी राजीव अग्रवाल की पहल प्रशासनिक कवायद तक को कठघरे में खड़ा कर रही है। नदियों की सफाई के नाम पर की जाने वाली बजट की बंदरबांट का भंडाफोड़ करने के साथ ही क ल-कल बहती अविरल धारा बदस्तूर जारी रखने के लिए की जा रही उनकी यह क ोशिश समाज के लिए नजीर बन चुकी है।
अफजलगढ़ के मोहल्ला किला निवासी 45 वर्षीय राजीव अग्रवाल ने नदियों की सफाई की जिम्मेदारी अपने कंधों पर उठा रखी है। शहर के बीच से होकर गुजरती नचना नदी की सफाई के नाम पर हो रही बजट की बंदरबांट को उन्होंने अपना हथियार बनाया। पालिका प्रशासन से सीधी लड़ाई लड़ते हुए आवंटित बजट और खर्च का पूरा ब्योरा सूचना का अधिकार अधिनियम के तहत मांग लिया। पालिका प्रशासन पर नदी सफाई के नाम पर लाखों रुपये का बजट जाया करने का आरोप लगाते हुए आम लोगों को इसके प्रति जागरूक किया। नदी में डाली जा रही शहर की गंदगी पर एतराज जताते हुए इस विषय को हर आम और खास से जोड़ने की कवायद शुरू की। नतीजा उनकी पहल के बाद आम जनमानस में भी जागरूकता आई और जीवनदायिनी नदी की सफाई को सभी ने खुद से जोड़कर देखना शुरू किया। लोग नदी में कूड़ा डालने की आदत छोड़ रहे हैं और समय-समय पर नदी पर जाकर सफाई अभियान चलाते हैं। मौजूदा समय में भी उनकी यह कोशिश हर पल हर कदम लगातार जारी है।
पेशे से व्यापारी राजीव जागरूकता की इस मुहिम को अनवरत जारी रखने के लिए लगातार प्रयासरत हैं और भविष्य में जल, जंगल और जमीन के संरक्षण के प्रति अपने भावनात्मक और विचारात्मक आंदोलन को लगातार आगे बढ़ाने की बात कहते हैं।
नचना की गंदगी से रामगंगा भी आहत
नचना नदी में डाली जा रही गंदगी सीधे रामगंगा नदी में जाकर मिल रही है। आम लोगों और जिम्मेदार प्रशासनिक अधिकारियों की लापरवाही के चलतेरामगंगा नदी भी प्रदूषित हो रही है।
प्रशासन के असहयोग से आहत
नदियों की सफाई को लेकर मुहिम को आगे बढ़ाने वाले राजीव अग्रवाल इस ओर आम लोगों और प्रशासनिक अधिकारियों के असहयोग से खासे आहत हैं। उनका कहना है कि यदि उनकी पहल को प्रशासन और आम लोगों का अपेक्षित सहयोग मिले तब तस्वीर का रुख पूरी तरह बदला जा सकता है।
मामले को संज्ञान में लेकर नदी की सफाई कराते हुए वहां गंदगी डालने पर रोक लगाई जाएगी।
एसडीएम धामपुर संजय सिंह।