'जीवन में दें सदाचार और नैतिकता को महत्व'
नजीबाबाद (बिजनौर): मानव शरीर धारण कर इंसान कहलाने के हकदार नहीं है, बल्कि जीवन में सदाचार, नैतिकता औ
नजीबाबाद (बिजनौर): मानव शरीर धारण कर इंसान कहलाने के हकदार नहीं है, बल्कि जीवन में सदाचार, नैतिकता और चरित्र को महत्व देने पर मानव इंसान कहलाने का हकदार होता है। यह बात मंगलवार को वाहिदनगर में पधारे हरि चैतन्यपुरी महाराज ने कही।
उन्होंने कहा कि धर्म विज्ञान सम्मत है, लेकिन कुछ लोग स्वार्थवश धर्म को ढकोसला साबित करने में लगे हुए है। धर्म से दूरी होने पर पाखंड, ढोंग और अंधविश्वास को बढ़ावा मिलता है। धर्मविहीन विज्ञान ही विनाश का कारण बनता है। बस मानव को समय रहते जागरूक होने की आवश्यकता है। महाराज जी ने कहा कि तीर्थ स्थानों, रमणीक स्थानों और हिमालय पर शांति मिलती है, लेकिन उस शांति को बरकरार रखना मनुष्य के ऊपर निर्भर करता है। परमात्मा का स्मरण मात्र ही लाभदायक होता है।
इस मौके पर डा. दिनेश शर्मा, रेनू शर्मा, श्रेया, निर्मला शर्मा, दाताराम शर्मा, सरला शर्मा, मनोज रस्तोगी, फूल सिंह, वंदना, एम. अकरम खां, महताब खां चांद समेत बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल रहे। इससे पूर्व नजीबाबाद पहुंचने पर श्रद्धालुओं ने पुष्पवर्षा कर उनका स्वागत किया।