दो घरों में घुसे बदमाश, लूट का प्रयास
धामपुर (बिजनौर): नगर में बदमाशों का तांडव कम नहीं हो रहा है। बदमाशों ने अलग-अलग स्थानों पर दो घरों म
धामपुर (बिजनौर): नगर में बदमाशों का तांडव कम नहीं हो रहा है। बदमाशों ने अलग-अलग स्थानों पर दो घरों में घुसकर लूट का प्रयास किया। विरोध करने पर मकान स्वामी व एक अन्य व्यक्ति को डंडे मारकर लहूलुहान कर दिया। बदमाशों की तलाश में घंटों कांबिंग की गई, लेकिन वे हाथ नहीं लगे।
शुक्रवार की रात जैतरा निवासी राजीव चौहान पुत्र स्व. राजेन्द्र सिंह, उनकी मां कमलेश, पत्नी रेनू व दो पुत्र लवी व अभी घर में सो रहे थे। रात में मकान स्वामी को घर की छत पर कुछ आहट सुनाई दी। कुछ बदमाश छत पर भी थे। उन्होंने जब बाहर जाकर देखा तो बाहर खड़े बदमाशों ने उन्हें दबोच लिया और डंडे से वार कर घायल कर दिया। इस दौरान उनकी मां व पत्नी ने शोर मचा दिया। शोर सुनकर पड़ोस में किराए के मकान में रह रहा अरविंद चौहान निवासी गांव कमाला भी आ गया और उसने भी बदमाशों को पकड़ने का प्रयास किया। बदमाशों ने उसे भी घायल कर दिया। अरविंद ने बताया कि सभी बदमाशों के पास डंडे थे और तेज रोशनी की बैटरी भी थी। दोनों घायलों को सीएचसी पर भर्ती कराया गया। राजीव की हालत गंभीर होने पर उन्हें रेफर कर दिया गया। परिजनों ने उन्हें मुजफ्फरनगर स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया है।
सूचना पर सीओ हरेन्द्र यादव व कोतवाली प्रभारी निरीक्षक रविन्द्र प्रताप सिंह पुलिस फोर्स के साथ पहुंचे और जानकारी ली। पुलिस ने बदमाशों को दबोचने के लिए काबिंग भी की।
इसके बाद बदमाशों ने मोहल्ला बंदूकचियान (स्योहारा चुंगी) के पास स्थित कृषि विभाग से सेवानिवृत्त तेजपाल सिंह चौहान के घर पर धावा बोल दिया। आधा दर्जन से अधिक बदमाश मकान के पीछे से उनकी छत पर चढ़ गए और जीने में लगी जाली काटने लगे। जाली काटने की आवाज सुनकर तेजपाल सिंह के पुत्र नीरज प्रताप सिंह की आंख खुल गई। उन्होंने बदमाशों को ललकारा, लेकिन बदमाश वहीं डटे रहे। इसके बाद अन्य परिजनों की आंख भी खुल गई और उन्होंने शोर मचा दिया। इसके बाद बदमाश छत से कूदकर फरार हो गए। प्रभारी निरीक्षक रविन्द्र प्रताप सिंह ने बताया कि अभी दोनों मामलों में पुलिस को तहरीर नहीं मिली है। पुलिस बदमाशों को तलाश रही है।
रेकी की जताई आशंका
मोहल्ला बंदूकचियान निवासी नीरज प्रताप सिंह ने रेकी की आशंका जताई है। उन्होंने बताया कि दिन में भीख मांगने के लिए कुछ महिलाएं आई थीं और उनके जाने के बाद दरवाजे के पास ही चूड़ी टूटी पड़ी थी। बताया कि बदमाशों ने उसी गेट पर आकर कपड़ा बांध दिया था। हालांकि उन्होंने दिन में ही चूड़ी पड़ी होने की बात अन्य परिजनों को बताई थी, लेकिन वे इसे टाल गए।