Move to Jagran APP

हादसे में पश्चिम बंगाल के कई श्रद्धालु घायल

नगीना (बिजनौर) : पश्चिम बंगाल के श्रद्धालुओं से भरी बस की डीसीएम गाड़ी से टक्कर हो गई। हादसे के चलते

By Edited By: Published: Tue, 21 Oct 2014 03:09 AM (IST)Updated: Tue, 21 Oct 2014 03:09 AM (IST)
हादसे में पश्चिम बंगाल के कई श्रद्धालु घायल

नगीना (बिजनौर) : पश्चिम बंगाल के श्रद्धालुओं से भरी बस की डीसीएम गाड़ी से टक्कर हो गई। हादसे के चलते अनियंत्रित हुई बस खेत में घुस गई और उसमें सवार दो दर्जन से अधिक श्रद्धालु घायल हो गए। डीसीएम के चालक व स्वामी भी गंभीर रूप से जख्मी हो गए।

loksabha election banner

पश्चिम बंगाल के जिला उत्तर 24 परगना क्षेत्र के ग्राम असक नगर निवासी 67 महिला व पुरुष श्रद्धालु टूरिस्ट बस से आठ अक्टूबर की सुबह तीर्थयात्रा के लिए निकले थे। श्रद्धालु मथुरा-वृंदावन, गया, अयोध्या, दिल्ली, इलाहाबाद, बुद्धगया, कुरुक्षेत्र की यात्रा करते हुए हरिद्वार से होते हुए वापस लौट रहे थे। सोमवार दोपहर करीब तीन बजे जैसे ही बस नगीना-धामपुर मार्ग स्थित ग्राम पुरैनी के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के समीप पहुंची तभी धामपुर की ओर से आ रही डीसीएम गाड़ी से बस की टक्कर हो गई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि डीसीएम के परखच्चे उड़ गए, जबकि बस अनियंत्रित होकर खेत में जा घुसी। हादसे से चीख-पुकार मच गई। बस में सवार श्रद्धालु सपाकुंदी, पाली, पुष्पा, चंदलाहलदर, सुगंधा, संपा, रूपा डे, जशोदा, पालीमादास, मीनू, उलाड़ी चक्रवती, यशोदादारू, संतेबधो, महेन्द्री बासो, कुलसफीदा, स्त्रीदा, मनीषी, सबरिता, यसमीनो, गोमतीदास, नरोपा, नरोत्तमबाल, बस चालक शीबू व परिचालक राममणी समेत करीब दो दर्जन यात्री घायल हो गए। गढ़वाल निवासी डीसीएम गाड़ी चालक मनुज सिंह व स्वामी महेन्द्र सिंह भी जख्मी हो गए। महेन्द्र सिंह ने बताया कि वह डीसीएम के साथ नैनीताल से देहरादून रहे थे। पुलिस बल के साथ प्रभारी निरीक्षक सुरेन्द्र सिंह मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों की मदद से सभी घायलों को पुरैनी की पीएचसी में भर्ती कराया। डीसीएम चालक मनोज सिंह व बस चालक शिबू समेत दस श्रद्धालुओं को बिजनौर जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया।

उपचार नहीं मिलने पर हंगामा

नगीना : हादसे में घायल श्रद्धालुओं ने पुरैनी स्थित अस्पताल में उपचार नहीं मिलने पर हंगामा किया।

श्रद्धालुओं से भरी बस व डीसीएम की टक्कर में घायल हुए बस यात्रियों को पीएचसी पुरैनी के अस्पताल में कोई भी चिकित्सा सुविधा नहीं मिली। घायल अस्पताल में काफी देर तक तड़पते रहे। यहां तक कि कोतवाल द्वारा घायलों को जब अस्पताल में पहुंचाया गया तो वहां पर कोई भी ड्यूटी पर तैनात नहीं था।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.