मौत के साए में शिक्षा ले रहे नौनिहाल
नूरपुर (बिजनौर): ब्रिटिश शासन में नगर में स्थापित सरकारी पूर्व माध्यमिक विद्यालय जर्जर हालत में पहुंच गया है। इस जर्जर भवन में 60 नौनिहाल जान जोखिम में डालकर पढ़ने को मजबूर हैं। यदि समय रहते जर्जर भवन की हालत में सुधार नहीं कराया गया, तो यहां बड़ा हादसा हो सकता है।
शहीद प्रवीन सिंह व रिक्खी सिंह स्मारक मार्ग पर थाने के पास एक भवन में वर्ष 1940 से पूर्व माध्यमिक विद्यालय खुला हुआ है। एक दशक पहले तक इस विद्यालय में कक्षा छ: से आठ वीं तक में छात्र संख्या करीब चार सौ रहती थी। अब इस विद्यालय में संख्या घटकर महज 60 रह गई है। विद्यालय की दीवारें मजबूत हैं, लेकिन छत में कई जगह दरार आने से भविष्य में बड़ा हादसा होने की आशंका बनी हुई है।
-बरसात में बन जाता है तालाब
विद्यालय भवन सड़क से नीचा होने के कारण परिसर में पानी निकासी की कोई व्यवस्था नहीं है। बरसात के दिनों में स्कूल में तालाब सा नजारा बन जाता है।
-बीइओ भी बैठते हैं इस भवन में
विद्यालय के इस जर्जर भवन की छत के नीचे कक्षाएं तो चलती ही हैं, खंड शिक्षा अधिकारी का कार्यालय भी है। इसके बावजूद जर्जर छत दुरुस्त कराने पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
मुख्याध्यापक अंगजीत सिंह ने बताया कि उन्होंने विद्यालय के भवन की स्थिति के बारे में विभाग को पत्र लिख कर अवगत करा दिया है। बीइओ विनोद कुमार मेहरा ने बताया कि छत की मरम्मत के लिए बजट जारी कराने की कार्रवाई करेंगे।