नमो देव्यो....छात्रा पेश कर रही मिसाल, गरीब बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा
गोपीगंज (भदोही) : स्कूल या फिर मंदिर जाते समय रास्ते में खेलते या फिर कूड़े के ढेर पर पालिथीन थैलियों
गोपीगंज (भदोही) : स्कूल या फिर मंदिर जाते समय रास्ते में खेलते या फिर कूड़े के ढेर पर पालिथीन थैलियों को एकत्र करते दिख जाने वाले बच्चे। न तो उनको कोई फिक्र न ही अभिभावकों को उनके भविष्य को लेकर ¨चता। इसे देखकर उनके लिए कुछ कर गुजरने की मन में उठने वाली इच्छा ही थी कि प्रीति की प्रीत से गरीब बच्चे शिक्षा की रोशनी से अभि¨सचित हो रहे हैं। जो किसी भी कारण से पढ़ाई से दूर हैं। बच्चों को नि:शुल्क व नि:स्वार्थ शिक्षा देकर इस काबिल बनाने में जुट गई ताकि वह अपने सुखद भविष्य की ¨चता कर सकें।
यहां बात हो रही है गोपीगंज नगर के पश्चिम मोहाल निवासी दिनेश जायसवाल की पुत्री प्रीति जायसवाल की। बचपन से ही स्कूल जाते समय या फिर माता-पिता के साथ मंदिर व कहीं अन्य सफर पर निकलने के दौरान जब प्रीति को ऐसे नजारे दिखते तो मन में ओरों के लिए कुछ करने की तमन्ना हिलोरें लेने लगती थी। करीब दो वर्ष पूर्व उनकी यह तमन्ना उस वक्त पूरी होती दिखी जब एक संस्था ने गरीब बच्चों की शिक्षा व समाजसेवा से जुड़े अन्य कार्यों को अंजाम देना शुरू किया। यहीं से उनका यह सफर शुरू हुआ जो आज तक जारी है। प्रीति ने बताया कि वह संस्था की ओर से मेवड़ापुर व टीकापुर में चलने वाले कैंप में प्रति दिन घंटे दो घंटे गरीब बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा देने का काम करती है। वहीं अवकाश के दिनों में टोली संग गांवों में भ्रमण कर लोगों को शिक्षा व साफ-सफाई के प्रति जागरुक करने में भी पीछे नहीं रहती। कहा कि इसके पीछे उनका स्वार्थ सिर्फ इतना है कि आने वाली नई पीढ़ी को किसी के सहारे की जरूरत न पड़े। काशी नरेश राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय ज्ञानपुर में बीए तृतीय वर्ष की छात्रा प्रीति ने बताया कि अपनी पढ़ाई संग वह गरीब बच्चों के लिए बड़े आराम से समय निकाल लेती है। इसमें कभी कोई दिक्कत महसूस नहीं हुआ।