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रिकार्ड तोड़ने पर आमादा गंगा, राहत केंद्रों पर अफसर मुस्तैद

सीतामढ़ी (भदोही) : गंगा वर्ष 2013 का रिकार्ड तोड़ने को आतुर हैं। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का कहना है क

By Edited By: Published: Wed, 24 Aug 2016 07:44 PM (IST)Updated: Wed, 24 Aug 2016 07:44 PM (IST)
रिकार्ड तोड़ने पर आमादा गंगा, राहत केंद्रों पर अफसर मुस्तैद

सीतामढ़ी (भदोही) : गंगा वर्ष 2013 का रिकार्ड तोड़ने को आतुर हैं। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का कहना है कि गंगा के तेवर ऐसे ही रहे तो ऐसे ही बढ़ाव जारी रहा तो गुरुवार को लाल निशान के ऊपर से पानी बहने लगेगा। लगातार हो रहे बढ़ाव को देख बुधवार को तटवर्ती क्षेत्रों में अफरा-तफरी की स्थिति बनी हुई है। कटरा-टेला मार्ग पर आवागमन रोक दिया गया है। उधर बाढ़ के ²ष्टगत जिलाधिकारी प्रकाश ¨बदु ने बाढ़ चौकियों को सक्रिय कर अफसरों को मुस्तैद कर दिए हैं। केंद्रीय जल आयोग के सीतामढ़ी री¨डग केंद्र के अनुसार कुछ देर स्थिर रहने के बाद एक सेंटीमीटर प्रति घंटा के हिसाब से जल-स्तर में वृद्धि फिर शुरू हो गई है। तटवर्ती क्षेत्र के इटहरा, मवैया, छेछुआ, भोर्रा, धनतुलसी, भमौरी, शेरपुर, बहपुरा, नारेपार आदि गांवों में बाढ़ का पानी पहले ही पहुंच चुका है। गंगा जल स्तर में बढ़ाव जारी होने से तटवर्ती गांव के लोग अपना- अपना सामान समेटने लगे हैं। पानी से घिरे ग्रामीण मवेशियों को सड़कों की पटरियों पर बांधे हुए हैं। अब तक दर्जनों छप्पर जहां गिरकर नष्ट हो चुके हैं तो किसानों की सैकडों एकड़ फसल बर्बद हो चुके हैं। सीतामढ़ी स्थित केंद्रीय जल आयोग की री¨डग केंद्र के अनुसार बुधवार को सुबह दस बजे 81.020 मीटर जलस्तर रहा। दोपहर के बाद जलस्तर स्थिर रहने के बाद भी छेछुआ भोर्रा में कटान जारी है। कटरा- टेला मार्ग पर करधियां नाले पर बना पुल पानी से डूब चुका है। इससे आवागमन रोक दिया गया है। टेढ़वा के पास पानी राष्ट्रीय राजमार्ग पर चढ़ जाने से मीरजापुर-औराई मार्ग पर भारी वाहनों के आवागमन पर रोक लगा दिया गया है। खमरिया नगर के आस-पास खेतों में पानी पहुंच चुका है। प्रशासन की ओर से स्थापित बाढ़ चौकियों को सक्रिय कर दिया गया है। जिला स्तरीय अधिकारियों के अलावा लेखपाल और सचिवों को मुस्तैद कर दिया गया है। चेतावनी दी गई है कि सचिव और लेखपाल गांव में रात्रि विश्राम भी करें। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही पर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी। औराई तहसील और कलेक्ट्रेट में कंट्रोल रूम स्थापित कर दिया गया है। तहसीलदार ज्ञानपुर जगदीश पांडेय ने बताया कि बाढ़ प्रभावित एक दर्जन गावों का भ्रमण किया। अभी घरों में पानी नहीं घुस पाया है। इसके साथ ही कोई जन- धन हानि नहीं हुआ है। गोपीगंज प्रतिनिधि के अनुसार गंगा के जल-स्तर में लगातार वृद्धि होने से रामपुर दलित बस्ती का गांव से नाता टूट गया है। लोग नाव के सहारे घरों से निकल पा रहे हैं। तटवर्ती गांव गुलौरी के लोग पानी से घिर चुके हैं। इसके अलावा बरजी, भवानीपुर आदि गांवों में भी पानी पहुंच चुका है।


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