पंप कई दिनों से दे रहा था खतरे का संकेत
भदोही : रेलवे स्टेशन की पेयजल व्यवस्था दशकों पहले स्थापित संसाधनों के ही भरोसे आज भी घिसट रही है। या
भदोही : रेलवे स्टेशन की पेयजल व्यवस्था दशकों पहले स्थापित संसाधनों के ही भरोसे आज भी घिसट रही है। यात्री व रेलकर्मियों की पेयजल सप्लाई हेतु विभाग द्वारा तीन तीन पंप स्थापित किए गए हैं लेकिन इसे विडंबना ही कहा जाएगा कि दो पंप वर्षों से खराब पड़े हैं जबकि एक के माध्यम से पेयजल सप्लाई की जाती थी।
यात्री व रेल कर्मचारियों की सुविधा के प्रति अधिकारियों के गैर जिम्मेदाराना रवैये के कारण आए दिन स्टेशन पर पेयजल संकट उत्पन्न हो जा रहा है। पहले से खराब दोनों पंपों को मरम्मत कर चाक-चौबंद रखा गया होता तो आज समस्या से दो-चार नहीं होना पड़ता। पंप संचालक बेबसी की हालत में नहीं होता तथा यात्रियों को बूंद-बूंद पानी के लिए तरसना नहीं पड़ता। बताते चलें कि गत 10 जून को पंप की मोटर जलने के बाद विभागीय कर्मचारियों ने नई मोटर लगाकर डाइरेक्ट पंप चालू कर दिया था। स्टार्टर न लगाने के कारण खतरा बना हुआ था। यही कारण है कि मोटर जलने का खतरा बना हुआ था।
लोगों का कहना है कि हजारों यात्रियों की आमदो-रफ्त वाले स्टेशन पर वैकल्पिक व्यवस्था होनी चाहिए। जब तीन पंप उपलब्ध हैं तो कम से कम दो को चाक चौबंद रखना चाहिए ताकि किसी एक के खराब होने पर तत्काल दूसरे से काम लिया जा सके।