मर्यादा लांघने वालों का समाज में कोई स्थान नहीं
सीतामढ़ी (भदोही) : काशी- प्रयाग के मध्य एवं मोक्षदायिनी के तट पर स्थित सीता समाहित स्थल सीतामढ़ी में
सीतामढ़ी (भदोही) : काशी- प्रयाग के मध्य एवं मोक्षदायिनी के तट पर स्थित सीता समाहित स्थल सीतामढ़ी में लवकुश जन्मोत्सव की धूम है। पांचवें दिन गुरुवार को मेला की तैयारी करीब- करीब पूरी कर ली गई है। यहां पर आयोजित संगीतमय श्रीरामकथा सुन श्रद्धालु भगवान की भक्ति में लीन हो जा रहे हैं।
अखिल भारतीय राष्ट्रीय रामायण मेला में लव कुमारों के जन्मोत्सव पूरे शबाब पर है। काशी क्षेत्र के स्वामी परमहंस महाराज ने कहा कि दुनिया के सभी रिश्ते मर्यादा में रहकर निभाने वालों की जग बड़ाई होती है। मर्यादा से हटकर कार्य करने वाले मानव को समाज व भगवान के यहां कोई स्थान नहीं है। भगवान मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम ने अपने नर लीला में इसका उत्कृष्ट छाप छोड़ा है। जिसका व्याख्यान श्रीरामचरित मानस में गोस्वामी तुलसीदास जी ने स्पष्ट वर्णन के साथ किया है। भगवान श्रीराम के आदर्शों पर चलकर कार्य करने वाले मानव को समाज में सर्वश्रेष्ठ दर्जा मिलता है। इस मौके पर श्यामजी सेठ, जगत बहादुर ¨सह, दिनेश ¨सह, राजधर मिश्र, सुनिल मिश्र आदि रहे।
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सजने लगी दुकानें, अंतिम रूप देने में लगा प्रशासन
सीता समाहित स्थल सीतामढ़ी में लवकुश जन्मोत्सव नौ दिन तक चलता है लेकिन अष्टमी और नवमी को भारी भीड़ होती है। जगह- जगह दुकानें सजने लगी हैं तो झूला वाले भी अपनी तैयारी में जी जान से जुट गए हैं। प्रशासन की ओर से भी तैयारी तेज कर दी गई है। घाटों पर बैरिके¨डग करने तथा साफ- सफाई में कर्मचारी जुट गए हैं। सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस- पीएसी तैनात कर दी गई है। मेला समिति ने मेला क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति ठीक कराने मांग की है।