फसल पर कहर बन बरसे मेघ
ज्ञानपुर (भदोही) : बेमौसम आसमान में छाये मेघ फसल पर कहर बन बरसे हैं। बारिश ने लगभग प्रत्येक फसल को न
ज्ञानपुर (भदोही) : बेमौसम आसमान में छाये मेघ फसल पर कहर बन बरसे हैं। बारिश ने लगभग प्रत्येक फसल को नुकसान पहुंचाने का ही काम किया है। वर्षा संग हवा के झोंके से जमीन पकड़ चुकी गेहूं की फसल की जहां पैदावार मारी जाएगी वहीं दलहनी फसल के फूल झड़ने से उत्पादन प्रभावित होगा। कुल मिलाकर इस बरसात ने किसानों की कमर तोड़ने का ही काम किया है।
रबी अभियान की प्रमुख फसल गेहूं से लेकर दलहनी-तिलहनी (अरहर, चना, सरसो) आदि फसल तैयारी के अंतिम दौर में पहुंच रही है। इसी बीच शनिवार को मौसम एकाएक बिगड़ गया। इसका असर अगले दिन रविवार को दिखा और दिन व रात में हुई बारिश ने फसल को बर्बाद करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। तेज हवा के झोंके से बालियां ले चुकी गेहूं सहित अरहर की फसल जहां गिर चुकी हैं वहीं अरहर, चना के फूल भी झड़ चुके हैं।
डीम्ड यूनिवर्सिटी इलाहाबाद के कृषि वैज्ञानिक डा. मदनसेन ¨सह ने बताया कि पूर्व में दो बार हुई बारिश से अरहर के फूल झड़ गए थे। इस बार फिर फूल गिरने से पैदावार काफी कम हो जाएगी। इसी तरह सरसो की जो फसल कट चुकी है यदि वह सूखे नहीं तो दाने सड़ जाएंगे। इसी तरह उपकृषि निदेशक डा. आरके मौर्य ने बताया कि सभी फसल को नुकसान पहुंचा है। विशेषकर गेहूं की जो फसल गिर गई है उनकी पैदावार मारी जाएगी। कारण है कि गिरी फसल के दाने कमजोर पड़ जाएंगे।
कीचड़ से राहगीरों की बढ़ी परेशानी
बारिश के चलते हुए जलजमाव व कींच कांच से लोगों की दिक्कत बढ़ गई है। नगर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में पानी निकासी व्यवस्था के अभाव में जगह-जगह जमा पानी से लोगों को आवागमन में दिक्कत उठानी पड़ रही है। लोग कीचड़ पानी से सराबोर होने के साथ फिसलकर गिरते भी देखे जा रहे हैं। सबसे अहम तो यह है कि बारिश ने नगरीय क्षेत्रों में पानी निकासी व साफ-सफाई को लेकर किए जा रहे तमाम दावों की पोल भी खोल दी है।