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विद्यालय के मैदान से खोद ली मिंट्टी

ज्ञानपुर (भदोही): मिंट्टी खनन में लगे लोगों ने बुधवार की रात विभूति नारायण राजकीय इंटर कालेज ज्ञानपु

By Edited By: Published: Thu, 27 Nov 2014 10:14 PM (IST)Updated: Thu, 27 Nov 2014 10:14 PM (IST)
विद्यालय के मैदान से खोद ली मिंट्टी

ज्ञानपुर (भदोही): मिंट्टी खनन में लगे लोगों ने बुधवार की रात विभूति नारायण राजकीय इंटर कालेज ज्ञानपुर के मैदान से कई ट्राली मिंट्टी खोद ली। गुरुवार को सुबह एक ट्रैक्टर को छात्र व शिक्षकों ने पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। साथ ही प्रधानाध्यापक ने कोतवाली में पकड़े गए ट्रैक्टर के स्वामी व चालक के खिलाफ तहरीर दी।

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दरअसल, वीएन जीआइसी से ही सटा विद्यालय का मैदान स्थित है। बुधवार की रात मौका देखकर मिंट्टी खनन में लगे लोगों ने जेसीबी लगाकर एक किनारे से कई ट्रैक्टर मिंट्टी खोद ली। सुबह मामले की जानकारी होते ही लोगों के होश उड़ गए। इसी बीच एक ट्रैक्टर में पुन: मिंट्टी खोदकर भरा जाने लगा तो मौके पर पहुंचे छात्र व शिक्षकों ने चालक समेत ट्रैक्टर को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। लाल रंग के महिंद्रा ट्रैक्टर पर नंबर भी अंकित नहीं था। प्रभारी प्रधानाचार्य लालचंद ने चालक व ट्रैक्टर स्वामी के खिलाफ कोतवाली में तहरीर दी।

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कृषि कार्य का बदल गया मायने ज्ञानपुर (भदोही): यहां तो सब कृषि कार्य ही है जनाब। यह हम नहीं कह रहे हैं बल्कि इसको साबित कर दिखाया है टै्रक्टर स्वामियों व चालकों ने। वह भी ऐसे कि रजिस्ट्रेशन कृषि कार्य का तो ट्रैक्टरों का हो रहा भरपूर व्यवसायिक उपयोग। सबसे अहम बात तो यह कि कभी इनको जांचने-परखने की जहमत तक नहीं उठाई जाती कि उनके पास व्यवसायिक कार्यो को अंजाम देने का परमीशन है भी या नहीं।

सड़कों पर दौड़ रहे ट्रैक्टरों के लिए निर्धारित नियम व कायदों पर नजर डाली जाय तो कृषि कार्य के लिए इनका रजिस्ट्रेशन किया जाता है। खेती के कार्यो से इतर इसका व्यवसायिक उपयोग करने पर व्यवसायिक रजिस्ट्रेशन दर्ज कराना पड़ता है। जबकि दशा यह है कि सड़कों पर प्रतिदिन ईंट, बालू, मिंट्टी से लेकर सरिया,गिंट्टी व अन्य सामग्री ढोते सैकड़ों की संख्या में ट्रैक्टर चल रहे हैं। इधर सच्चाई यह है कि परिवहन कार्यालय में व्यवसायिक कार्यो को अंजाम देने के लिए दर्ज हैं महज तीन दर्जन ट्रैक्टर। नियमों की इस अनदेखी से भले ही ट्रैक्टर स्वामी मस्त हों किंतु विभाग को राजस्व के रूप में बड़ी हानि उठानी पड़ रही है। बावजूद इसके ट्रैक्टरों को जांचने की कभी जहमत उठाते किसी को नहीं देखा जा रहा है।


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