आज तक सारा जहां मिलके जो न कर सका ..
भदोही: नगर के गोरियाना स्थित मैदान में गुरुवार की रात जश्ने शहीदे आजम कांफ्रेंस का आयोजन किया गया। इ
भदोही: नगर के गोरियाना स्थित मैदान में गुरुवार की रात जश्ने शहीदे आजम कांफ्रेंस का आयोजन किया गया। इस मौके पर उलेमा ने जहां सच्चाई की राह पर चलने की लोगों को ताकीद दी। वहीं शायरों ने नातिया कलाम से महफिल को झूमने पर मजबूर किया।
इलाहाबाद से आए मौलाना मुजाहिद हुसैन ने लोगों से सच्चाई की राह पर चलकर समाज में फैली बुराई को खत्म करने पर बल दिया। बताया कि मजहबे इस्लाम को बचाने के लिए कर्बला की धरती पर इमाम हुसैन ने अपने खानदान की कुरबानी देकर दुनिया को दर्स दिया था। उन्होंने लोगों से मजहबे इस्लाम पर चलकर जिंदगी को कामयाब बनाने की अपील की। इस मौके पर फैयाज भदोहवीं ने जिस घर पे लिख दिया है अली फातमा का नाम, उस घर से बाखुदा कभी बरकत न जाएगी पढ़ा। मदीना शायर कासिम नदीमी ने आज तक सारा जहां मिलके जो न कर सका, काम वो कर गया छह माह का बच्चा तेरा पढ़ा तो लोगों की आंखें नम हो गई व नारे तकबीर की सदाएं फिजां में गूंजने लगीं। इस मौके पर मुफ्ती खुर्शीद आलम अशर्फी, मौलाना फैसल हुसैन अशर्फी, कारी गुलाम महमूद हबीबी, हाफिज असफाक अहमद, हाफिज तबरेज, नासिर हुसैन, जुनैद खां प्रमुख रूप से रहे। निजामत हाफिज आबिद हुसैन अशर्फी ने किया तथा मेहमान-ए-खुसुसी सपा जिलाध्यक्ष आरिफ सिद्दीकी रहे। इसके पूर्व कार्यक्रम का आगाज कुरआने हकीम की तिलावत से हाफिज अली रजा व हाफिज अरफात हुसैन ने की।