राष्ट्रीय एकता के प्रतीक थे सरदार पटेल
ज्ञानपुर (भदोही) : लौहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल राष्ट्रीय एकता के प्रतीक थे। उनके जीवन आदर्शो को आत्
ज्ञानपुर (भदोही) : लौहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल राष्ट्रीय एकता के प्रतीक थे। उनके जीवन आदर्शो को आत्मसात करके ही देश की एकता व अखंडता को कायम रखा जा सकता है। शुक्रवार को उनके जयंती के उपलक्ष्य में काशी नरेश राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय ज्ञानपुर में आयोजित गोष्ठी में यह बातें कही गई।
प्राचार्य डा. विजयप्रताप सिंह ने कहा कि सरदार पटेल ही थे जिन्होंने 560 रियासतों को एक कर अखंड भारत का नींव रख दी थी। डा. डीपी चतुर्वेदी ने कहा कि स्वतंत्रता के बाद देश को अखंड राष्ट्र के रूप में स्थापित करने में सरदार पटेल की भूमिका को भुलाया नहीं जा सकता। इस मौके पर सरदार पटेल के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित किया गया।
कार्यक्रम में डा. अरुण कुमार वर्मा, डा. पीएन डोंगरे, डा. महेंद्र कुमार, डा. सविता भारद्वाज, डा. त्रिभुवन दीक्षित, डा. हीरेंद्र प्रताप सिंह, डा. कामिनी वर्मा, डा. मंजू देवी, डा. अवधेश सिंह यादव, डा. महेंद्र त्रिपाठी, छात्रनेता किशन शुक्ल, अनुज तिवारी, राजन दुबे, विशाल तिवारी, दीपक व अन्य थे। संचालन डा. भारतेंदु द्विवेदी व डा. कमाल अहमद सिदीकी ने संयुक्त रूप से किया।
इसी तरह विभूति नारायण राजकीय इंटर कालेज ज्ञानपुर में आयोजित वाद-विवाद प्रतियोगिता में उमेश कुमार सिंह को प्रथम, विष्णुकांत यादव व प्रीति शुक्ला को द्वितीय एवं हर्ष कुमार पांडेय व आकांक्षा त्रिपाठी को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ। जिला विद्यालय निरीक्षक डा. ओपी गुप्त ने सफल प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन किया। इस मौके पर प्रधानाचार्य आशुतोष त्रिपाठी, लालचंद, कैलाशनाथ गौतम, श्रीराम पासी, कैलाशनाथ उपाध्याय, डा. हरिशंचद्र यादव व अन्य थे। संचालन रामगोपाल तिवारी ने किया।