चमके घर, सड़क-गलियों में कूड़ा
ज्ञानपुर (भदोही) : दीप पर्व दीपावली मनाने की तैयारियां कई दिन पहले से ही शुरू हो गई थी। लोग बाग घरों
ज्ञानपुर (भदोही) : दीप पर्व दीपावली मनाने की तैयारियां कई दिन पहले से ही शुरू हो गई थी। लोग बाग घरों की साफ-सफाई में लगे हुए थे। नतीजा भी सामने आया। सभी के घर द्वार चमक उठे किंतु सड़क व गलियां गंदगी से बेजार रही। सड़कों, गलियों की साफ-सफाई को लेकर कहीं से कोई पहल होते नहीं दिखी। जगह-जगह कूड़े व गंदगी का ढेर लगा रहा।
देश के प्रधानमंत्री की पहल पर राष्ट्रपिता गांधी जयंती दो अक्टूबर के मौके से स्वच्छता अभियान की शुरुआत की गई। खुद पीएम ने सड़क पर उतर लोगों को यह संदेश देने में कोई संकोच नहीं किया कि अपना काम करने में कोई शर्म नहीं होनी चाहिए। शर्म आए तो मात्र गलत व अनैतिक कार्यो से। हालांकि इसे जोश कहें या फिर दिखावा। अभियान की शुरुआत के साथ चंद दिनों तक तो लोग झाड़ू लेकर सड़क पर उतरे भी किंतु उसके बाद सभी शांत बैठ गए। इतना ही नहीं सफाई व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए जिम्मेदार महकमें व एजेसियां भी कोई रुचि दिखाती नहीं नजर आ रही हैं।
आलम यह कि नगरों से लेकर ग्रामीण अंचल तक हर ओर फैली गंदगी इस बात की साफ गवाही दे रही है। चहुंओर लगे गंदगी के अंबार, कूड़े के ढेर से दुर्गधयुक्त वातावरण ने लोगों का जीना हराम कर दिया है। लोग इसकी शिकायत भी उठाते देखे जा रहे हैं किंतु चंद कदम की दूरी तक ही साफ सफाई कर धरती को स्वच्छ व सुंदर बनाने की ओर अग्रसर होते नहीं दिख रहे हैं। और तो और दीपावली पर प्रत्येक परिवार कई दिन पहले से ही अपने घरों को चमकाने में लगा रहा लेकिन किसी ने अपने आप-पास की गंदगी को हटाना गंवारा नहीं किया। किया तो बस इतना की घरों की सफाई में निकली गंदगी को कहीं सड़क पर तो कहीं गलियों में ठिकाने लगा दिया।
चंद पल की खुशी में बिगड़ी सड़कों की सूरत
पटाखे फोड़कर महज चंद पल की खुशी हासिल करने में सड़कों, गलियों की सूरत बिगाड़ कर रख दी गई। चारों ओर पटाखों के फूटने से बिखरे कागजों के अवशेष से बिखरी गंदगी को किसी ने हटाना गंवारा नहीं किया। हां किसी के टोकने पर लोग इतना जरूर कहते रहे कि नगर पालिका व पंचायतें क्या करेंगी। ऐसे में यह सोचने को विवश होना पड़ गया कि जब तक लोगों की सोच नहीं बदलेगी तब तक स्वच्छ व स्वस्थ भारत का सपना साकार नहीं होगा।