विद्युत अनापूर्ति के विरोध में प्रदर्शन
ऊंज (भदोही) : बिजली अनापूर्ति ने उपभोक्ताओं को बेहाल कर दिया है। शासन के तमाम दावे के बाद भी पटरी पर लौटते नहीं दिख रही विद्युत आपूर्ति व्यवस्था ने राजनीतिक दलों से जुड़े लोगों सहित आम नागरिकों तक को आंदोलित कर दिया है। वहिदानगर विद्युत उपकेंद्र से जुड़े फीडरों पर हो रही अंधाधुंध कटौती के विरोध में बुधवार को भाजपाजनों के साथ उपकेंद्र पर पहुंचे नागरिकों ने धरना-प्रदर्शन किया। साथ ही मुख्यमंत्री का पुतला फूंककर बिजली नहीं तो बिल नहीं का नारा लगाया।
भाजपा जिलाध्यक्ष संतोष पांडेय के नेतृत्व में वहिदानगर विद्युत उपकेंद्र पर पहुंचे नागरिकों ने प्रदर्शन कर व पुतला फूंककर प्रदेश शासन एवं विद्युत विभाग के खिलाफ नारेबाजी की। कहा कि बिजली समस्या से पूरा डीघ क्षेत्र त्रस्त है। रोस्टर के हिसाब से विद्युत आपूर्ति नहीं की जा रही है। वहिदानगर विद्युत उपकेंद्र से जुड़े कटरा, रमईपुर व अन्य फीडरों का हाल यह है कि दो से तीन घंटे से अधिक नियमित बिजली नहीं मिल पा रही है।
कभी-कभी तो दो-तीन दिन तक आपूर्ति ही पूरी तरह ठप कर दी जा रही है। बिजली आपूर्ति न होने से जहां सूखे की मार झेल रहे किसान धान फसल की सिंचाई नहीं कर पा रहे हैं वहीं छात्रों की पढ़ाई व व्यवसायियों का व्यवसाय प्रभावित हो रहा है। भीषण गर्मी के चलते पंखे आदि न चल पाने से लोग रात यहां तक की बच्चे तक रात में आराम की नींद नहीं ले पा रहे हैं।
प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि शीघ्र विद्युत आपूर्ति व्यवस्था नहीं सुधरी तो वह राजमार्ग जाम करने को विवश होंगो। प्रदर्शन व पुतला फूंकने में मंडल अध्यक्ष ज्ञानपुर विजय कुमार मौर्य, प्रदीप मिश्रा, राजेश मिश्रा, रवीशचंद्र पांडेय, कमलेश कुमार यादव, जयशंकर दुबे, संजय कुमार, आशीष पांडेय, छोटेलाल बिंद, अनिल कुमार, संतोष व अन्य थे।
झलक दिखलाने आती है बिजली
ऊंज (भदोही) : स्थानीय वहिदानगर विद्युत उपकेंद्र से जुड़े फीडरों की विद्युतापूर्ति व्यवस्था पूरी तरह चरमरा चुकी है। रोस्टर दरकिनार हो चुका है। आलम यह है कि 24 घंटे में बिजली महज एक दो घंटे झलक दिखलाने आ रही है। ऐसे में उपभोक्ता हलकान हैं।
वहिदानगर विद्युत उपकेंद्र से जुड़े कटरा, रमईपुर, अकोढ़ा आदि फीडरों से जुड़े गांवों में विद्युत कटौती की दशा यह है कि 24 घंटे में एक दो घंटे भी नियमित बिजली नहीं मिल पा रही है। पूरी-पूरी रात बिजली गायब रह रही है तो दिन में कई किस्तों में हो रही एक दो घंटे की आपूर्ति किसी काम नहीं आ रही है। ऐसी दशा में उपभोक्ताओं को जहां भीषण गर्मी व उमस से परेशानी उठानी पड़ रही है। वहीं किसान सिंचाई के लिए परेशान हो रहे हैं।