बाबूओं के भरोसे दफ्तर, गायब रहे अफसर
गोपीगंज (भदोही) : समय : सुबह 10.30 बजे। दिन शुक्रवार। स्थान नगर पालिका परिषद गोपीगंज। अधिशासी अधिकारी के दफ्तर का ताला खुला था लेकिन दरवाजा बंद रहा। साहब सुस्त लेकिन कर्मचारी चुस्त दिखे। कुछ कर्मचारी दफ्तर नहीं पहुंचे थे, जो पहुंचे थे वे फाइल व रजिस्टर पलट रहे थे।
नगर पालिका परिषद कार्यालय ठीक समय से खुला लेकिन कर्मचारियों का आना 10 मिनट विलंब से शुरू हुआ। यह सिलसिला 10.30 बजे तक चला। इसके बाद भी अधिशासी अधिकारी और पालिका अध्यक्ष के कक्ष में ताला लटका रहा। एक लिपिक से बात की गई तो उन्होंने बताया कि साहब आते ही होंगे। बाहर कई लोग अपनी समस्या को लेकर खड़े थे।
वे लोग अधिशासी अधिकारी के आने का इंतजार कर रहे थे। साफ-सफाई तो बेहतर था लेकिन कर्मचारियों की उपस्थिति रजिस्टर जीर्ण-शीर्ण अवस्था में था। ऐसे महत्वपूर्ण रजिस्टर को किस कदर पालिका परिषद में रखा जाता है। इसका अंदाजा उसे देखकर ही लगाया जा सकता है। 27 कर्मचारियों के नाम उस पर दर्ज थे। रजिस्टर पर एक कर्मचारी का सीएल लगाया गया था जबकि दो कर्मियों ने हस्ताक्षर नहीं बनाया था।
ब्लाक मुख्यालय का हाल
समय 10.45 बजे। दिन शुक्रवार। स्थान ब्लाक मुख्यालय ज्ञानपुर। यह विश्वास नहीं हो रहा था कि ब्लाक है। बिल्कुल सन्नाटा छाया रहा। 77 ग्राम सभाओं के इस दफ्तर से सांय-सांय की आवाज निकल रही थी। खंड विकास अधिकारी के दफ्तर में ताला लटका रहा। एक लिपिक और दो एडीओ गर्मी और उमस के बीच अंदर के हाल में बैठकर गप लड़ा रहे थे।
मनरेगा सेल में आपरेटर फीडिंग का काम निबटा रहे थे। वहीं शासन के आदेश 10 से 12 बजे की हवा निकल रही थी। खंड विकास अधिकारी पर इसका कोई असर नहीं था। एक कर्मचारी ने बताया कि साहब डीघ के भी चार्ज में हैं लेकिन वह यह नहीं बताया कि किस दिन डीघ में और किस दिन ज्ञानपुर में बैठते हैं।
खुद पर आंसू बहा रहा विकास कराने वाला दफ्तर
ब्लाक मुख्यालय अपनी दशा पर आंसू बहा रहा है। आस-पास उगी झाड़ियों के बीच स्थित दफ्तर के भवन का छत टपक रहा है। शीत से फाइल और आलमारी खराब हो जा रही हैं। फर्श टूटी हुई हैं। कार्यालय में जनरेटर और इनवर्टर रहने के बाद भी गर्मी से कर्मचारी बेहाल रहे।
शिक्षा और स्वास्थ्य विभाग का कब्जा
ब्लाक में बने आवासों पर शिक्षा और स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों का कब्जा है। विभाग उनके वेतन से हाउस रेंट की कटौती करता है या नहीं जांच के बाद मामला स्पष्ट हो पाएगा। ब्लाक के अधिकारी भी सब कुछ जानते हुए भी अंजान बने हुए हैं।
जरा सीएम के होर्डिग को देखें जनाब
ब्लाक मुख्यालय पर लगे सीएम के होर्डिग की यह दशा देख लें। यह दशा उनकी प्राथमिकता में शामिल समाजवादी पेंशन योजना की है। दरअसल, शासन की ओर से संचालित अति महत्वाकांक्षी योजना के प्रचार-प्रसार के लिए ब्लाकों पर यह होर्डिग लगाई गई है। ब्लाक पर आए दिन अफसर आते रहते हैं लेकिन उनकी नजर इस होर्डिग पर नहीं पड़ी।
अनुपस्थित अधिकारियों के वेतन में होगी कटौती
कैंप कार्यालय पर हुई बैठक में जिलाधिकारी नरेंद्र शंकर पाडेय ने कहा कि शासन के मंशानुरूप 10 से 12 बजे तक अधिकारी अपने-अपने दफ्तर में बैठकर समस्याओं का निराकरण करें। अन्यथा औचक निरीक्षण में कार्यालय में न मिलने वाले अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के साथ वेतन की कटौती की जाएगी। कहा कि विकास कार्यो को प्राथमिकता के आधार पर शतप्रतिशत पूर्ण कराएं। गुणवत्ता में किसी भी प्रकार की शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।