सांस्कृतिक कार्यक्रम में सामाजिक कुरीतियों पर प्रहार
बस्ती: विश्व ¨हदू महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष भिखारी प्रजापति ने कहा कि शिक्षक छात्रों के आचार, विचार,
बस्ती: विश्व ¨हदू महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष भिखारी प्रजापति ने कहा कि शिक्षक छात्रों के आचार, विचार, गुण, धर्म, स्वभाव व चरित्र का विकास कर समाजपयोगी नागरिक तैयार करता है। महर्षि दयानंद सरस्वती ने भी शिक्षा के जरिए सामाजिक कुरीतियों को समाप्त किया। स्वामी दयानंद सरस्वती सुर्तीहट्टा पर स्वामी जी की जयंती पर आयोजित वार्षिक उत्सव को संबोधित कर रहे थे। स्वामी दयानंद ने अंधविश्वास, दहेजप्रथा, मद्यपान, बहुदेववाद को मिटाने का एकमात्र साधन शिक्षा को ही माना है। बाराबंकी से आए वैदिक प्रवक्ता सुरेश जोशी ने कहा कि प्रत्येक बच्चे में प्रतिभा होती है जिसके माध्यम से वह शिखर तक पहुंचता है। प्रबंधक ओम प्रकाश आर्य ने कहा कि महर्षि दयानंद का भारत निर्माण में अप्रतीम योगदान है। इस मौके पर मुस्कान, दीप्ति पाठक, सलोनी गुप्ता, प्रियांशी, अनुष्का, आर्यन, अनिकेत, साक्षी, गो¨वग, दिव्या, अमन, अमित, शिवम, हैप्पी, वैष्णवी, अमित, आदर्श, राज सोनकर, प्राची ने दहेज कुप्रथा, ईश्वर निराकार संस्कृत काव्य पाठ, प्रधानमंत्री का संदेश, भोजपुरी गीत, पंजाबी गीत, कव्वाली, मातृ पितृ भक्ति प्रस्तुत कर खूब वाहवाही लूटी। अंत में रामयज्ञ मिश्र, अशोक मिश्र, माता बदल लाल श्रीवास्तव दिनेश मौर्य, अर¨वद श्रीवास्तव, संध्या व माधुरी को सम्मानित करते हुए छात्रों को पुरस्कृत किया गया। प्रधानाध्यापक गरुणध्वज पांडेय ने आभार व्यक्त किया। रचित आर्य, अलख¨नजन आर्य, ओंकार आर्य, दृशिका आर्य, रजनी, रश्मि, अर्चना शोभा आर्य,बीना वर्मा, मोहिनी, देवव्रत आर्य, आदित्य नारायण गिरि, डा.नवीन ¨सह, राजेश बरनवाल, मदनमोहन आर्य, सत्येन्द्र वर्मा, कौशल ¨सह, अजय अग्निहोत्री, राजेश बरनवाल मौजूद थे।