गोदाम पर बीज नहीं, बाजार का भरोसा
बस्ती: विक्रमजोत विकास खंड का राष्ट्रीय बीज गोदाम छावनी किसानों की मांग पर खरा नहीं उतर रहा है। ग
बस्ती:
विक्रमजोत विकास खंड का राष्ट्रीय बीज गोदाम छावनी किसानों की मांग पर खरा नहीं उतर रहा है। गोदाम पर इक्का-दुक्का प्रजातियों के बीज उपलब्ध होने के कारण किसानों को प्राइवेट दुकानों से महंगे दामों पर बीज की खरीदारी करनी पड़ रही है। इसको लेकर किसानों में काफी नाराजगी है। छावनी कस्बे में स्थापित इकलौते बीज गोदाम की व्यवस्था बदहाली की भेंट चढ़ चुकी है। धान की बोआई का समय चरम पर है। अभी तक यहां पर तरह-तरह के बीज की उपलब्धता सुनिश्चित नही हो सकी है। गोदाम पर इक्का-दुक्का प्रजातियों के बीज होने के कारण किसानों को मायूस होकर लौटना पड़ रहा है। विकास खंड के हजारों किसानों को खाद-बीज उपलब्ध कराने का जिम्मा इस गोदाम पर है पर अभी तक यहां की व्यवस्था चुस्त-दुरूस्त न होने से किसान काफी परेशान है। अभी तक इस सीजन में गोदाम से केवल 83 किलो बीज की बिक्री हुई है। मौसम के मिजाज को देखकर तमाम किसानों ने खेत में बोआई का काम शुरू कर दिया है लेकिन बीजों की अनुपलब्धता के चलते उन्हें काफी परेशानी हो रही है। गोदाम पर बीज न मिलने के कारण किसानों को प्राइवेट दुकानदारों के यहां से महंगे दामों पर बीज की खरीदारी करनी पड़ रही है। स्थानीय किसान प्रदीप ¨सह, सिद्धार्थ मिश्र, रामबक्स पांडेय, राजधारी, नरोत्तोम राम जी वर्मा, गिजेश चौधरी, योगी आदित्य पांडेय का कहना है कि गोदाम पर बीज की उपलब्धता न होने के कारण बुवाई में काफी समस्या हो रही है। बीज गोदाम प्रभारी योगेंद्र प्रताप ¨सह ने बताया कि जिला मुख्यालय द्वारा आवंटित बीजों की बिक्री की जाती है। किसान फसलों के अधिक पैदावार के लिए हाईब्रिड प्रजाति का बीज बो रहे हैं, जो गोदाम पर उपलब्ध नही है। इस वर्ष साभा मंसूरी के पंद्रह किलो बीज, डीआरआर. 44 के छह किलो व एनडीआर के-3112 के 62 किलो बीज की बिक्री की जा चुकी है।