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संक्रामक बीमारियों से निपटने के नहीं हुए उपाय

बस्ती: बरसात के मौसम में जल व मच्छरजनित बीमारियों पर नियंत्रण के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा अभी तक क

By Edited By: Published: Sun, 30 Aug 2015 09:07 PM (IST)Updated: Sun, 30 Aug 2015 09:07 PM (IST)
संक्रामक बीमारियों से निपटने के नहीं हुए उपाय

बस्ती: बरसात के मौसम में जल व मच्छरजनित बीमारियों पर नियंत्रण के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा अभी तक कोई कदम नहीं उठाया गया है। हर साल प्रदूषित जल के सेवन से तमाम लोग डायरिया, उल्टी, दस्त जैसी बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं। हालांकि इन बीमारियों की रोकथाम के लिए सरकार द्वारा ग्राम स्वच्छता समिति के खाते में हर साल दस हजार रुपया भी मुहैया कराया जाता है।

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इस धन का उपयोग पेयजलश्रोतों को विसंक्रमित कराने, मच्छरों की रोकथाम के लिए कीटनाशकों का छिड़काव व फा¨गग कराने का काम कराया जाना चाहिए। बरसात के मौसम में हर साल बीमारियां फैलने की घटनाओं से विभाग ने कोई सबक नहीं लिया। पिटाउट, तेलियाडीह, सेखुई, चौकवा, धौरपारा, गोरखर, सूरतगढ़, कोइलसा, सल्टौआ, बांसापार, भानपुर, तुसायल, पिरैला नरहरिया, कोंहड़ा, अमरौली शुमाली, कोरियाडीह, हसनापुर, कनेथू, सिहबरा, देईपार, रमवापुर आदि गांवों में जगह-जगह गंदगी का ढेर लगा हुआ है। इन गांवों में साफ सफाई की व्यवस्था ठीक न होने के कारण संक्रामक बीमारियों के फैलने की आशंका बनी हुई है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से अभी तक गांवों में पेयजलश्रोतों को शुद्ध करने के लिए ब्ली¨चग पाउडर तक नहीं डलवाया गया है। सफाईकर्मियों द्वारा भी गांवों को साफ सुथरा रखने में कोई रुचि नहीं ली जा रही है। ग्राम स्वच्छता समिति के खाते में आए धन से कहीं भी कीटनाशक दवाओं का छिड़काव व फा¨गग नहीं कराया गया है। गांवों में मच्छरों के प्रकोप के चलते लोगों की नींद हराम हो गई है।

ग्रामीण देवेन्द्र कुमार शुक्ल, विकास पाण्डेय, बाबूराम यादव, रामबुझारत मौर्य, संदीप कुमार, संजीव कुमार, विकास, रामआज्ञा, हरीश मिश्र, सुरेन्द्र प्रसाद मिश्र, राकेश शुक्ल, विजयपाल, गब्बर मौर्य, मुस्तकीम, अब्दुल हक, शिवपूजन आदि का कहना है कि ग्राम स्वच्छता समिति के धन से गांव में अभी तक न तो कीटनाशकों का छिड़काव कराया गया है, न ही फा¨गग कराई गई है। ऐसे में बीमारियों के फैलने की आशंका बनी हुई है।

कीटनाशकों के छिड़काव के लिए सभी एएनएम को हिदायत दी गई है, कि वे प्रधानों से मिलकर यह काम जल्द से जल्द पूरा कराएं। कुछ प्रधानों द्वारा सहयोग न करने के कारण दिक्कतें आ रही हैं। डा. रवीन्द्र कुमार वर्मा, प्रभारी चिकित्साधिकारी, सल्टौआ।


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