परीक्षा और चुनाव को लेकर आयुक्त ने अफसरों को सहेजा
बस्ती: आयुक्त पीके सिहं ने रविवार को यहां पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक कर लेखपाल भर्ती
बस्ती: आयुक्त पीके सिहं ने रविवार को यहां पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक कर लेखपाल भर्ती परीक्षा और पंचायत चुनाव के तैयारियों की समीक्षा की। आयुक्त ने बताया कि आने वाले दो-तीन महीने किसी चुनौती से कम नहीं है। चुनाव के साथ दुर्गा पूजा,दशहरा,मोहर्रम के त्योहार भी सन्निकट है। ऐसे में जरा सी चूक बड़ी समस्या बन सकती है।
कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में दो घंटे चली इस बैठक में पुलिस उपमहानिरीक्षक लक्ष्मी नारायण के अलावा मंडल के तीनों जिलों के डीएम,एसपी और अन्य मंडलीय अधिकारी मौजूद रहे।
आयुक्त और डीआईजी ने पुलिस द्वारा की गई निरोधात्मक कार्यवाही की जानकारी पूछी और बताया कि घटित होने वाले अपराधों में त्वरित कार्यवाही की जाए। छोटी सूचनाओं की अनदेखी न की जाए बल्कि तस्दीक कर प्रभावी कार्यवाही की जाए।
जिलाधिकारी अनिल कुमार दमेले ने बताया कि लेखपाल भर्ती परीक्षा के लितए 26 केंद्र बनाए गए हैं। जहां 40 हजार परीक्षार्थी परीक्षा देंगे। यह दो पालियों में होगी। इसके लिए जरूरी व्यवस्थाएं की जा चुकी है। परीक्षा को सुचारू एवं निष्पक्ष तरीके से संपन्न कराने के लिए आठ सेक्टर मजिस्ट्रेट तैनात किए जाएंगे। प्रश्नपत्र कोषागार के स्ट्रांग रूम से केंद्रों पर पहुंचाने की व्यवस्था की गई संत कबीर नगर के जिलाधिकारी सरोज कुमार ने बताया कि 14 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। क्षेत्र को एक जोन और चार सेक्टर में बांटा गया है। सिद्धार्थनगर के जिलाधिकारी डा.सुरेंद्र कुमार ने बताया कि लेखपाल परीक्षा के लिए 12 केंद्र बनाए गए हैं। प्रत्येक केंद्र पर सेक्टर मजिस्ट्रेट की तैनानी की जाएगी। परीक्षा केंद्र में मोबाइल फोन सहित किसी भी प्रकार के इलेक्ट्रानिक उपकरणों के साथ प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। परीक्षा शुरू होने के 15 मिनट पहले ही परीक्षार्थी को केंद्र के भीतर प्रवेश करने की अनुमति होगी।
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की चर्चा करते हुए आयुक्त ने कहा कि मतदाता निर्वाचक नामावली में अशुद्धियों कानून व्यवस्था को प्रभावित करेंगी। लिहाजा अभी से यह देख लिया जाए,कहीं कोई शिकायत अथवा गड़बड़ी तो नहीं रह गई है। उन्होंने जिलाधिकारियों को यह कार्य स्वयं देखने का निर्देश दिया है।
डीआईजी ने पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे अभियान चलाकर निरोधात्मक कार्यवाही करें। संवेदनशील और अति संवेदनशील मतदान केंद्रों को चिन्हित कर लिया जाए। पुलिस की मोबाइल टीमें बनाई जाएं। दुर्गा पूजा और मोहर्रम को लेकर भी उन्होंने अधिकारियों को सहेजा।