अधूरे रह गए बहन के हाथ पीले करने के अरमान
बस्ती : बस्ती शहर में डीसीएम की चपेट में आने से हुई वीरेंद्र की मौत के बाद उनके गांव रुधौली थाना क्ष
बस्ती : बस्ती शहर में डीसीएम की चपेट में आने से हुई वीरेंद्र की मौत के बाद उनके गांव रुधौली थाना क्षेत्र के परसा दमया में सन्नाटा पसरा रहा। पूरे दिन गांव के लोग जहां पोस्टमार्टम के बाद मिले शव का अंतिम संस्कार करने में लगे रहे, वहीं गांव में केवल महिलाएं व बच्चे ही दिखाई दिये, वह भी सहमे हुए।
बताते चलें कि उक्त गांव के 32 वर्षीय युवक वीरेंद्र कुमार उपाध्याय उर्फ टीपू रविवार को शहर किसी कार्य से आये हुए थे, इसी बीच वह पुरानी बस्ती थाना क्षेत्र के पांडेय बाजार में एक डीसीएम की चपेट में आ गये थे। घटना की सूचना पर जहां परिवार के सभी लोग घर में ताला लगा कर अंत्यपरीक्षण कराने के लिये जिला मुख्यालय पहुंच गये, वहीं पूरे गांव का युवा वर्ग भी टीपू की मौत से दुखी हो, पोस्टमार्टम घर पहुंच गया। सोमवार को शव का अंतिम संस्कार शहर के मूड़घाट स्थित शवदाह गृह पर कर दिया गया।
इधर गांव में टीपू के घर पर पूरे दिन ताला लगा रहा, जबकि गांव के बच्चों व बुजुर्गो ने बताया कि वह अपने पिता सेवानिवृत्त शिक्षक सूर्य नारायन उपाध्याय के तीन बेटों में सबसे छोटा था और उसकी शादी के लिये लगातार रिश्ते आ रहे थे। टीपू का कहना था कि पहले छोटी बहन का विवाह होने के बाद ही अपनी शादी करूंगा। एक निजी खाद की दुकान पर कार्य करने लगा और बहन की शादी के लिये प्रयास तेज कर दिये थे। विवाह में आने वाले खर्च के लिये जहां वह अपने पिता का सहयोग करना चाहता था वहीं इस असामयिक दुर्घटना ने बहन की आंखों में भी विदाई से पहले ही आंसू ला दिये।