'सठ सुधर¨ह सत संगति पाई'
बस्ती : दिव्य ज्योति जागृति संस्थान की ओर से आयोजित कथा ज्ञान यज्ञ में मुख्य वक्ता असीमा भारती ने च
बस्ती : दिव्य ज्योति जागृति संस्थान की ओर से आयोजित कथा ज्ञान यज्ञ में मुख्य वक्ता असीमा भारती ने चित्रकूट प्रसंग की मार्मिक वर्णन किया। स्टेडियम कालोनी में चल रही इस राम कथा क्रम में उन्होंने कहा कि सठ सुधर¨ह सत संगति पाई का बोध कराया। कहा कि किसी को सुधरने के लिए सही संगति सबसे जरूरी है।
जैसे पारस के छूने से लोहा भी सोना हो जाता है। कहा कि राम¨ह केवल प्रेम अधारा। प्रेम भक्ति के कारण प्रभु श्रीकृष्ण ने विदुरानी का दिया केले का छिलका तक खा लिया था। भील जाति की होते हुए शबरी का बैर खाने में श्रीराम को असीम आनंद मिला था।
कथा प्रसंग को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने कहा कि जाकी रही भावना जैसी प्रभु मूरति देखी तिन तैसी। इस दौरान संगीतमयी प्रस्तुतियों ने पूरे माहौल को भक्तिमय बना दिया। खास तौर से आरती गान काफी सराहा गया।
आयोजन में अभय देव शुक्ल, अखिलेश पांडेय, अंकुर वर्मा, अजय डिडवानिया, राधेश्याम वर्मा, सर्वेश श्रीवास्तव, संजय श्रीवास्तव, शिबलू पांडेय, विवेक सिंह, मनमोहन श्रीवास्तव काजू, अरविंद श्रीवास्तव, सुभाष पांडेय समेत अन्य लोगों की अहम भूमिका है।