शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए सजा शहीद स्मारक
बस्ती: विक्रमजोत विकास खंड के छावनी स्थित शहीद स्मारक स्थल को शहीद दिवस के अवसर पर दुल्हन की तरह सजा
बस्ती: विक्रमजोत विकास खंड के छावनी स्थित शहीद स्मारक स्थल को शहीद दिवस के अवसर पर दुल्हन की तरह सजा दिया गया है। कार्यक्रम की शोभा बढ़ाने व आयोजन स्थल को मूर्तरूप देने के लिए गुरूवार की देर शाम आयोजन समिति के सदस्य जुटे रहे।
बता दें कि जंगे-ए-आजादी की लड़ाई में अंग्रेजों के छक्के छुड़ाने में अव्वल रहा यह इलाका 1857 की क्रांति में देश की आजादी का गवाह बना था,क्योंकि जब यहां के सैनिकों ने अंग्रेजी सेनापति की गोली मार कर हत्या कर दी तो अंग्रेजों ने इस इलाके के धिरौली बाबू, बेलाड़े शुक्ल, सेवरा लाला, गुंडा कुंवर समेत एक दर्जन से अधिक गांवों के डेढ़ सौ सैनिकों को एक साथ पीपल के वृक्ष में फांसी पर लटका दिया था, जो अंग्रेजों को यहां से भगाना चाह रहे थे। आज भी इस स्थल पर स्थित पीपल का वृक्ष युवा पीढ़ी को देश प्रेम की भावना से लबालब भर देता है। तभी से प्रति वर्ष 30 जनवरी को शहीद दिवस के अवसर पर छावनी स्थित शहीद स्थल पर शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए हजारों लोग जुटते हैं। इस वर्ष भी श्रद्धांजलि देने के लिए कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में डा. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. जी.सी.आर जायसवाल, विशिष्ट अतिथि विधायक संजय प्रताप जायसवाल, पुलिस अधीक्षक बस्ती, उपजिलाधिकारी हर्रैया, साकेत महाविद्यालय के पूर्व अध्यक्ष अनिल सिंह राणा, उपाध्यक्ष सुनील तिवारी शास्त्री, संत प्रकाश तिवारी के अलावा वरिष्ठ शिक्षाविद् डा. रामनरेश सिंह मंजुल भी मौजूद रहेंगे। गुरूवार को कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए शहीद स्मारक समिति के व्यवस्थापक मंसूर आलम खां, दिनेश सिंह, राजबहादुर सिंह, वंश बहादुर वर्मा, अजीत सोनी, सरफराज खान, डा. घनश्याम सिंह समेत तमाम सदस्य लगे रहे।